नई दिल्ली : भारतीय आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने शुक्रवार को आईबीएम के कुछ चुनिंदा सॉफ्टवेयर उत्पादों के कारोबार का अधिग्रहण करने की घोषणा की है। यह सौदा नकद में 1.8 अरब डॉलर (12,700 करोड़ रुपये से अधिक) में हुआ है। एचसीएल टक्नोलॉजीज ने एक बयान में कहा कि अभी इसके लिए नियामकीय एजेंसियों की मंजूरी लेनी है और उसके बाद 2019 के मध्य तक अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
एचसीएल ने शेयर बाजारों को बताया कि सौदे में सुरक्षा, विपणन और सहयोग समाधान (कोलैबोरेशन सॉल्यूशन) क्षेत्र से जुड़े सॉफ्टवेयर समेत सात उत्पाद शामिल हैं। इनका बाजार कुल 50 अरब डॉलर से ज्यादा का है। कंपनी ने कहा कि आईबीएम और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने आपस में पक्का सौदा करने की शुक्रवार को घोषणा की।
जिसके तहत आईबीएम के कुछ चुनिंदा सॉफ्टवेयर उत्पादों के कारोबार को एचसीएल टेक 1.8 अरब डॉलर में खरीदेगी। इस अधिग्रहण से एचसीएल टेक को आईबीएम के विपणन, वाणिज्य, सुरक्षा और कोलैबोरेशन समाधान के क्षेत्र में सॉफ्टवेयर उत्पाद मिलेंगे। यह एक अधिक राजस्व वाला क्षेत्र है और उसकी पहुंच 5000 से अधिक ग्राहकों तक होगी।
एचसीएल टेक के अध्यक्ष एवं सीईओ सी वियजकुमार ने कहा कि जिन उत्पादों का हम अधिग्रहण कर रहे हैं वे सुरक्षा, विपणन और वाणिज्य जैसे तेजी से बढ़ी बाजारों से जुड़े हुये हैं। यह एचसीएल के लिये रणनीतिक क्षेत्र है। इनमें से कई उत्पादों को ग्राहकों ने अच्छा माना है और उद्योग विशेषज्ञों ने इन्हें शीर्ष पर रखा है।
एचसीएल टेक के मुख्य वित्त अधिकारी प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि इस करार के तहत आईबीएम के कर्मचारियों का हस्तांतरण भी होना है। कंपनी ने इस करार से प्रभावित होने वाले इस तरह के कर्मचारियों की संख्या के बारे में नहीं बताया है। नकद के इस सौदे के लिये वित्तपोषण आंतरिक संसाधनों के जरिये किया जायेगा, जिसमें 30 करोड़ डॉलर का कर्ज भी है।
सौदे की कुल राशि की लगभग आधी राशि सौदा पूरा होने तक दे दी जायेगी। यह HCL का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण सौदा है और किसी भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनी द्वारा सबसे बड़ा अधिग्रहण है। यह सौदा सॉफ्टवेयर उत्पादों को लेकर एचसीएल की आकांक्षाओं को दर्शाता है। सौदे में एपस्केन, बिगफिक्स, यूनिका, कॉमर्स, पोर्टल, नोट्स एंड डोमिनो और कनेक्शंस सॉफ्टवेयर शामिल है।