मुंबई : बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। न्यायालय ने कहा कि वह एक ‘बीमारू कंपनी’ को बचाने के लिए सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक को निर्देश नहीं दे सकता है। बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग और न्यायमूर्ति एनएम जमदार की पीठ ने उस रिट याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें सरकार और केंद्रीय बैंक से बैंकों की समिति को जेट एयरवेज की मदद करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
वकील मैथ्यू नेदुम्परा ने अपनी रिट याचिका में सरकार और आरबीआई को यह निर्देश देने की मांग की थी कि एयरलाइन कंपनी के लिए संभावित निवेशकों की पहचान होने तक जेट का पुन : परिचालन सुनिश्चित किया जाए। याचिकाकर्ता ने कहा कि एयरलाइन एक जरूरी सेवा है और इसे देखते हुए न्यायालय को बैकों की समिति को परिचालन फिर से शुरू करने के लिए जेट को जरूरी न्यूनतम ऋण सहायता प्रदान करने का निर्देश देना चाहिए।
हालांकि, पीठ ने कहा कि वह सरकार या रिजर्व बैंक को बीमारू कंपनी के लिए पूंजी जारी करने के लिए नहीं कह सकता। न्यायालय ने कहा, हम सरकार से एक बीमार कंपनी को बचाने के लिए नहीं कह सकते हैं। हम जो कर सकते हैं वह यह है कि यदि आपके पास कोई टोपी है तो हम दान पाने के लिए इसे पूरे कोर्टरूम में घुमा सकते हैं।
डीजीसीए ने मदद का दिलाया भरोसा, मांगी पुनरोद्धार योजना
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बृहस्पतिवार को नकदी संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज को ठोस और विश्वसनीय पुनरोद्धार योजना पेश करने को कहा है। हालांकि, डीजीसीए ने नियामकीय दायरे में रहते हुए एयरलाइन की मदद का भी भरोसा दिलाया है। संकट का सामना कर रही जेट एयरवेज ने बुधवार को अपनी सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की थी।
एयर इंडिया की जेट के विमानों को पट्टे पर लेने की इच्छा
राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज के पांच खड़े किए गये बोइंग 777एस विमानों को पट्टे पर लेने की पेशकश की है। एयर इंडिया ने कहा है कि वह इन विमानों का परिचालन लंदन, दुबई और सिंगापुर मार्ग पर कर सकती है। जेट एयरवेज का परिचालन बुधवार रात से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। एयरलाइन के पास 10 बड़े आकार के बोइंग 777-300 ईआर विमान हैं। इसके अलावा उसके पास कुछ एयरबस ए330एस विमान हैं।
शेयर 32 प्रतिशत टूटे
जेट एयरवेज के शेयरों में लगातार दूसरे दिन गिरावट का सिलसिला कायम रहा। बृहस्पतिवार को कंपनी का शेयर 32 प्रतिशत से अधिक टूट गया। आपात कोष का प्रबंध नहीं होने की वजह से जेट एयरवेज ने बुधवार को अपना परिचालन अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है। बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर 32.23 प्रतिशत टूटकर 163.90 रुपये पर बंद हुआ।