नई दिल्ली : भारत ने तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक के 10 लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन बढ़ाने के फैसले पर खुशी जतायी। दुनिया के तीसरे सबसे उपभोक्ता देश ने कहा कि संगठन ने बाजार का संज्ञान लिया और यह भारत जैसे उपभोक्ता देशों के लिये सकारात्मक संकेत है। अमेरिका से लेकर भारत और चीन के तेल के बढ़ते मूल्य पर चिंता जताने के बाद ओपेक ने पिछले सप्ताह तेल उत्पादन बढ़ाने पर सहमति जतायी।
प्रधान ने कहा कि हम खुश हैं क्योंकि ओपेक ने पहली बार बाजार की स्थिरता (कीमत में) को संज्ञान में लिया है। उन्होंने कहा कि कीमत मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर है लेकिन एक उपभोक्ता देश के रूप में भारत इस बात से खुश है कि उन्होंने हमारी अपेक्षाओं का ध्यान रखा। ओपेक 10 लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन बढ़ाने पर सहमति जतायी। इससे बाजार में करीब 600,000 बैरल प्रतिदिन तेल की आपूर्ति बढ़ेगी जो वैश्विक आपूर्ति का केवल 0.5 प्रतिशत है।
वियना में तेल निर्यातक देशों के संगठन की बैठक में किये गये निर्णय से तेल कीमतों में कमी आयी। जहां ब्रेंट क्रूड वायदा का भाव 1.7 प्रतिशत घटकर 74.25 प्रति बैरल पहुंच गया वहीं यूएय वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) कच्चा तेल वायदा का मूल्य 0.2 प्रतिशत घटकर 68.42 डालर बैरल रहा। इससे पहले , 20 जून को ओपेक सेमिनार में प्रधान ने तेल एवं गैस के उचित मूल्य की वकालत की थी।
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