न्यूयॉर्क : विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यॉन्ग किम ने आज कहा कि भारत काफी तेज वृद्धि दर्ज कर रहा है। उन्होंने इस साल वैश्विक वृद्धि दर मजबूत रहने का भी अनुमान लगाया है।
किम ने कल यहां ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम की बैठक को संबोधित करते हुए बहुस्तरीय प्रणाली, निजी क्षेत्र और सरकारों के बीच सहयोग बढ़ाने की वकालत करते हुए कहा कि इससे वे मौजूदा स्थिति का लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि निष्क्रिय पूंजी अधिक रूंचा रिटर्न देगी। वहीं विकासशील देशों को अपनी बुनियादी ढांचा जरूरतों के लिए और अधिक पूंजी की जरूरत होगी। साथ ही उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन से बचाव के लिए अधिक निवेश करने की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि जापान, यूरोप और अमेरिका के साथ भारत तेज वृद्धि दर्ज कर रहा है। किम ने कहा, भारत जैसा देश तेज वृद्धि दर्ज कर रहा है। हमारा मानना है कि जापान भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूरोप भी अधिक तेज वृद्धि दर्ज कर रहा है। अमेरिका भी आगे बढ़ रहा है। जून में विश्व बैंक ने इस साल भारत की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जो 2016 में 6.8 प्रतिशत रही थी। विश्व बैंक के अधिकारियों ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में है।
किम ने कहा, अभी तक आमतौर पर ऐसा होता रहा है कि जिंस आयातक, जिंस निर्यातकों से बेहतर प्रदर्शन करते रहे हैं। पर चीजें सामान्य हो रही हैं। इस वजह से वृद्धि का वितरण भी अधिक समानता वाला है।
उन्होंने कहा कि बैंक की निगाह प्रत्येक देश के ऋण से जीडीपी अनुपात पर है। उन्होंने कहा, अफ्रीका में ऋण से जीडीपी अनुपात अभी भी उचित दायरे में है। यदि हमें लगेगा कि कोई देश पहले से काफी अधिक कर्ज के बोझ से दबा है तो हम उन देशों को अधिक विथ देने के लिए आगे नहीं बढ़ेंगे। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के साथ हमारी इस पर नजदीकी नजर रहती है।