नई दिल्ली: डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया फिर लुढ़का, बुधवार के बंद 73.34 के मुकाबले गुरुवार को 73.60 के स्तर पर खुलने के बाद शुरुआती कारोबार के दौरान 73.79 के नए रिकॉर्ड निम्नतम स्तर पर पहुंचा। बता दें कि बुधवार को एक डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत गिरकर 73.33 हो गई थी. जबकि उसके पहले कीमत डॉलर के मुकाबले 73.24 रुपये थी. पिछले काफी समय से अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया कमजोर हुआ है। नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से बयान जारी कर रुपये की कीमतें गिरने से रोकने की बात कही गई है, हालांकि अभी उपायों का असर दिखना बाकी है।
सितंबर में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक रुपये में लगातार जारी गिरावट तथा कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से राज्यों को चालू वित्त वर्ष में बजट अनुमान के ऊपर 22,700 करोड़ रुपये का अप्रत्याशित कर राजस्व मिलेगा। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 28 पैसे टूटकर 72.73 प्रति डॉलर के अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। वहीं कच्चा तेल 78 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया। इससे बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 509 अंक या 1.34 प्रतिशत टूटकर 37,413.13 अंक पर आ गया।
एसबीआई रिसर्च के एक नोट में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल कीमतों में वृद्धि से राज्यों को चालू वित्त वर्ष में बजट अनुमान के ऊपर 22,700 करोड़ रुपये का अप्रत्याशित कर राजस्व मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि से सभी प्रमुख 19 राज्यों को औसतन 1,513 करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होता है। इसमें कहा गया है कि सबसे अधिक 3,389 करोड़ का लाभ महाराष्ट्र को मिलेगा। उसके बाद गुजरात को 2,842 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा। राजधानी दिल्ली में मार्च से पेट्रोल 5.60 रुपये तथा डीजल 6.31 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है।