एक साल में इंटरनेट के 7.3 करोड़ और ब्रॉडबैंड के 7.7 करोड़ जुड़े नये ग्राहक

एक साल में इंटरनेट के 7.3 करोड़ और ब्रॉडबैंड के 7.7 करोड़ जुड़े नये ग्राहक
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Internet Customers: भारत ने दूरसंचार क्षेत्र में 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। देश में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या पहुंची 119.9 करोड़ के पार पहुंच गई है जबकि ब्रॉडबैंड ग्राहको की संख्या 9.15 प्रतिशत बढ़ी है।

इंटरनेट के 7.3 करोड़ और ब्रॉडबैंड के 7.7 करोड़ जुड़े लोग

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट में विभिन्न सेवाओं में हो रहे तेज विकास और उनके मापदंडों पर प्रकाश डाला गया है। सेवा प्रदाताओं द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर तैयार की गई इस रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2023-2024 के दौरान देश में कुल टेली- घनत्व (टेलीफोन सुविधा प्राप्त आबादी का अनुपात) 31 मार्च 2024 को 85.69 प्रतिशत पर पहुंच गया। यह 31 मार्च 2023 में 84.51 प्रतिशत था। इस प्रकार इसमें 1.39 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है।

8.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता

रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान इंटरनेट उपभोक्ताओं की कुल संख्या 88.1 करोड़ से बढ़कर 95.4 करोड़ हो गई जो 8.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वित्त वर्ष के दौरान 7.3 करोड़ इंटरनेट ग्राहक जुड़े। ब्रॉडबैंड सेवाओं में भी तेजी जारी रही। ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या एक साल पहले के 84.6 करोड़ से बढ़कर 31 मार्च 2024 को 92.4 करोड़ हो गई। इसके साथ ही वायरलेस डेटा ग्राहकों की संख्या 7.93 प्रतिशत बढ़ी और एक साल में 84.6 करोड़ से बढ़कर 91.3 करोड़ पर पहुंच गई। इसके अलावा, कुल वायरलेस डेटा उपयोग 21.69 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ वर्ष 2022-23 के दौरान 1,60,054 पीबी (पेटाबाइट) से बढ़कर वर्ष 2023-24 के दौरान 1,94.774 पीबी हो गया। एक पीबी में 10 लाख जीबी होते हैं।

2.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई

देश में टेलीफोन ग्राहकों की कुल संख्या मार्च 2023 के अंत में 117.2 करोड़ से बढ़कर मार्च 2024 के अंत में 119.9 करोड़ हो गई, यानी एक साल में 2.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। भारत में प्रति ग्राहक प्रति माह औसत उपयोग के मिनट (एमओयू) वर्ष 2022-23 के दौरान 919 से बढ़कर 2023-24 में 963 हो गए। वित्त वर्ष के दौरान टेलीकॉम कंपनियों के समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) में 8.24 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। यह वर्ष 2022-23 के 2,49,908 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 2,70,504 करोड़ रुपये हो गया।

(Input From ANI)

नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है। 

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