जेपी इंफ्रा के कर्जदाताओं ने एनबीसीसी से और जमीन मांगी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

जेपी इंफ्रा के कर्जदाताओं ने एनबीसीसी से और जमीन मांगी

एनबीसीसी की समाधान योजना पर कई स्पष्टीकरण मांगे और कंपनी से अपनी बोली को आकर्षक बनाने को कहा है। बैंकों का कंपनी पर करीब 9,800 करोड़ रुपये का बकाया है।

नई दिल्ली : कर्ज में फंसी जेपी इंफ्राटेक के कर्जदाताओं ने एनबीबीसी लिमिटेड से बिना किसी विवाद के स्पष्ट मालिकाना हक वाली कुछ और जमीन देने तथा ऋण-मुक्त यमुना एक्सप्रेस के हस्तांतरण की पेशकश करने को कहा है।  जबकि घर खरीदारों ने फ्लैट निर्माण में हुई देरी के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सूत्रों ने यह बात कही। दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण की दौड़ में सार्वजनिक क्षेत्र की एनबीसीसी और सुरक्षा रीयल्टी हैं। 
शीर्ष न्यायालय के निर्देश के मुताबिक, दोनों कंपनियों ने 17 नवंबर को नई बोलियां जमा की हैं। दोनों दावेदारों से बातचीत के लिए कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) की एक बैठक यहां आयोजित हुई। एनबीसीसी की समाधान योजना पर कई स्पष्टीकरण मांगे और कंपनी से अपनी बोली को आकर्षक बनाने को कहा है। बैंकों का कंपनी पर करीब 9,800 करोड़ रुपये का बकाया है। 
इसके निपटान के लिए एनबीसीसी ने 5,000 करोड़ रुपये की 1,426 एकड़ जमीन देने की पेशकश की है। इसके अलावा कंपनी ने जेपी इंफ्राटेक को हस्तांतरित की जाने वाली 858 एकड़ भूमि में से भी 75 प्रतिशत बैंकरों को देने की पेशकश की है। एनबीसीसी बैंकों को बेनामी फ्लैटों की बिक्री से प्राप्त राशि का 50 प्रतिशत हिस्सा देने को भी तैयार है। 
यमुना एक्सप्रेस-वे को भी कर्जदाताओं को हस्तांतरित किया जाएगा लेकिन इससे पहले एनबीसीसी का एक्सप्रेसवे के एवज में 2,500 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का प्रस्ताव है। इससे अगले चार सालों में 20,000 से ज्यादा फ्लैटों के निर्माण को पूरा किया जाएगा। बैंकों ने एनबीसीसी को विवादरहित मालिकाना हक वाली और जमीन देने तथा बेनामी फ्लैट तथा गिरवी जमीन देने की अपनी पेशकश वापस लेने को कहा है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one × three =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।