नयी दिल्ली : जेट एयरवेज, एयर फ्रांस- केएलएम और डेल्टा एयरलाइंस का गठजोड़ राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया के लिए बोलीलगा सकता है । सूत्रों ने आज यह जानकारी दी। घाटे में चल रही एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के तहत सरकार जल्द ही इच्छुक कंपनियों से रुचि पत्र( ईओआई) मंगा सकती है। सूत्रों ने बताया कि तीनों पूर्ण सेवा विमानन कंपनियों का गठजोड़ एयर इंडिया के लिए बोली लगाने का इच्छुक है। इस बारे में संपर्क करने पर जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि हम अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते। इस बारे में एयर फ्रांस- केएलएम तथा डेल्टा से भी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई। गठजोड़ के रूप में नरेश गोयल प्रवर्तित जेट एयरवेज ऐसे समय एयर इंडिया के लिए बोली लगा सकती है जबकि उसने एयर फ्रांस- केएलएम समूह के साथ सहयोग करार का विस्तार किया है।
दिलचस्प तथ्य है कि जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे करीब एक दशक तक डेल्टा एयरलाइंस में भी रह चुके हैं। जेट एयरवेज में आने से पहले वह अमेरिकी एयरलाइन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष( एशिया प्रशांत) थे। हालांकि, एयर इंडिया कर्ज के बोझ से दबी है लेकिन इस एयरलाइन का अधिग्रहण करने वाली कंपनी अपनी पहुंच का विस्तार कर सकेगी और उसका द्विपक्षीय अधिकार भी बढ़ेंगे। हालांकि, मंत्रियों का समूह अभी एयर इंडिया के विनिवेश के तौर तरीकों को अंतिम रूप दे रहा है। नागर विमानन मंत्रालय का कहना है कि आधिकारिक रूप से उसे एयर इंडिया के लिए बजट एयरलाइन इंडिगो और एक अज्ञात विदेशी एयरलाइन से रुचि पत्र मिला है। जेट एयरवेज और एयर फ्रांस- केएलएम समूह के बीच भागीदारी का विस्तार करने की घोषणा नवंबर में हुई थी। इससे106 यूरोपीय शहरों तथा44 घरेलू गंतव्यों के लिए‘ कनेक्टविटी’ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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