नई दिल्ली : कर्ज में डूबीजेट एयरवेज अपनी समस्याओं का हल ढूंढने में लगी है। इसी के मद्देनजर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) जेट एयरवेज में 15% शेयर ले सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसबीआई ने जेट को जो कर्ज दे रखा है उसके बदले वह एयरलाइन में हिस्सेदारी ले सकती है। वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा था कि वह नए निवेश और मौजूदा कर्ज के बदले शेयर जारी कर कर्जदारों को हिस्सेदारी देने के लिए कंपनी बोर्ड के सामने प्रस्ताव रखेगी।
जेट ने 21 फरवरी को शेयरधारकों की ईजीएम बुलाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेट के प्रस्ताव को कंपनी बोर्ड की मंजूरी मिलती है तो रिस्ट्रक्चरिंग के बाद उसके कर्जदाताओं को 30% शेयर मिल सकते हैं। जेट की पार्टनर एतिहाद के हिस्से में 40% शेयर आ सकते हैं। फिलहाल उसके पास जेट की 24% हिस्सेदारी है।
जेट के चेयरमैन नरेश गोयल की शेयरहोल्डिंग 51% से घटकर 20% पर आ सकती है।नकदी के संकट की वजह से पिछले 31 दिसंबर को जेट एयरवेज बैंकों के कर्ज की किस्त अदा करने में विफल रही थी। उसे मार्च के अंत तक करीब 1,700 करोड़ रुपए अदा करने हैं। पहली तीन तिमाही में जेट को 3,656 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। जेट एयरवेज पर अब तक कर्ज का बोझ बढ़कर 10,900 करोड़ रुपए हो गया है।
जेट का शेयर 2 दिन में 5% गिरा : बीएसई पर शेयर मंगलवार को 1.08% गिरावट के साथ 242.75 रुपए पर बंद हुआ। सोमवार को भी शेयर 3.97% नुकसान में रहा था। बीते एक साल में शेयर की कीमत करीब 70% तक घट चुकी है।
जेट के 3 एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड : जेट एयरवेज को लीज रेंटल डिफॉल्ट की वजह से तीन एयरक्राफ्ट का परिचालन मंगलवार को बंद करना पड़ा है। इस वजह से उड़ानों पर असर पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक जेट को 20 घरेलू उड़ानें रद्द करनी पड़ गईं।