आपने OYO Rooms कंपनी के बारे में तो सुना ही होगा जिसने भारत में होटल रूम बुकिंग के बिसनेस का तरीका ही बदल कर रख दिया है। बड़े बड़े स्थापित बिसनेस मैन और कंपनियां इस कंपनी का बढ़ता कद देखकर हैरान रह गए है। आपको जानकार हैरानी होगी भारत के हर बड़े और छोटे शहर में ये कंपनी मशहूर हो गयी है और ग्राहक भी इस कंपनी के काम से काफी खुश है।
ये कंपनी मुख्य रूप से पर्यटकों और ट्रैवेलर्स को काम दाम पर अच्छी सुविधाएं वाले होटलों में कमरे बुक करने में मदद करती है। आपको बता दें इस कंपनी की शुरुआत एक 17 साल के लड़के ने की थी और उस वक्त किसी ने नहीं सोचा था की इतने काम समय में ये कंपनी 6000 करोड़ के बिसनेस की मालिक होगी।
आज हम आपको बताने वाले है इस कंपनी के सीईओ और फाउंडर रितेश अग्रवाल के बारे में जिनकी सोच और कुछ अलग करने की चाह ने आज उन्हें कामयाबी के शिकार पर पहुंचा दिया है। रितेश बताते है अपना खुद का बिज़नेस की चाहत में खुद का बिज़नेस शुरू किया
इस कंपनी को शुरू करने में उन्होंने किसी से कोई मदद नहीं ली और ना ही उनके आईडिया को किसी ने ख़ास तवज्जो दी थी। शुरूआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष भी झेलना पड़ा।
पैसे की तंगी के कारण वो अपने कमरे का किराया भी नहीं भर पाते थे और कई बार भूखे भी सोना पड़ा।शरू में रितेश ने ओरावाल नाम से एक वेबसाइट बनायीं थी और उसपर वो सस्ते और किफायती होटल्स के बारे में लोगो को जानकारी देते थे। लोगों के बीच लोकप्रियता बढ़ाने के लिए उन्होंने 2013 में उसका नाम बदल कर OYO Rooms रख दिया।
जब उनकी वेबसाइट लोगों के बीच पहचान बनाने लगी तब उनके इस आईडिया को पहले निवेशक मिले आज OYO रूम्स के पास सॉफ्टबैंक और हीरो मोटर्स जैसे बड़े निवेशक है जिन्होंने अब बड़ी धनराशि इस कंपनी में निवेश की है। आपको बता दें OYO रूम्स के पास आज पूरे भारत में 8,500 होटलों में 70,000 से भी ज्यादा कमरे हैं।