देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC के IPO का आधिकारिक ऐलान हो गया है। आईपीओ के अपडेटेड ड्राफ्ट (LIC IPO Updated DRHP) को बाजार नियामक सेबी (SEBI) की मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को एलआईसी बोर्ड (LIC Board) की अहम बैठक हुई। इसके बाद बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में एलआईसी ने IPO को लेकर आधिकारिक ऐलान कर दिया।
902- 949 रुपये का प्राइस बैंड तय
प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि सरकारी बीमा कंपनी के इस मेगा आईपीओ (LIC Mega IPO) के लिए 902 रुपये से 949 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। आईपीओ के तहत एंकर इन्वेस्टर दो मई को बोली लगाएंगे। IPO चार मई को इंस्टीटूशनल और Retail Buyers के लिए खुलेगा और नौ मई को बंद होगा।
17 मई को शेयर बाज़ारों में लिस्ट होगा IPO
शेयर IPO बंद होने के एक सप्ताह बाद 17 मई को शेयर बाज़ारों में लिस्ट होगा। सेबी के पास जमा अपडेटेड ड्राफ के अनुसार बोली लगाने वालों के डीमैट खाते में शेयरों का Allotment 16 मई तक होगा, जिसके बाद एलआईसी शेयर बाजारों में इक्विटी शेयरों का कारोबार शुरू करेगी और शेयर ‘‘17 मई को या उसके आसपास’’ लिस्ट किए जाएंगे।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि एलआईसी को लिस्ट करना सरकार की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है और इससे लंबी अवधि में IPO के मूल्य में अत्यधिक वृद्धि होगी। पांडेय ने बुधवार को कहा, ‘‘Capital Market के माहौल को देखते हुए LIC IPO का आकार सही है और इससे बाजार में पूंजी तथा Monetary Supply में कमी नहीं होगी।’’
उन्होंने कहा कि करीब 20,557 करोड़ रुपये के घटे आकार के बावजूद एलआईसी का आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक IPO होगा। सरकार ने फरवरी में LIC की पांच% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा, ‘‘LIC को लिस्ट करने के निर्णय में बाजार की मांग, बाजार की स्थितियों, घरेलू प्रवाह और निगम के वित्तीय प्रदर्शन सहित कई कारकों को ध्यान में रखा गया है।’’
LIC IPO में निवेश के लिए क्या है जरूरी? लॉन्चिंग से पहले पढ़ें सभी जानकारियां
पांडेय ने कहा कि इससे पहले हुई वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाओं के अस्थायी झटके से बाजार उबर गया है। सरकार को बोली के ऊपरी छोर पर करीब 21,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। यह आईपीओ बिक्री पेशकश (OFS) के रूप में है और इसके जरिए सरकार 22.13 करोड़ शेयर बेचकर LIC में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी, जबकि LIC के पॉलिसी होल्डर 60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की छूट पा सकेंगे। IPO के तहत 15 के गुणक में शेयरों की बोली लगाई जा सकेगी।
आईपीओ के तहत 15,81,249 शेयर कर्मचारियों के लिए और 2,21,37,492 शेयर पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित हैं। योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए 9.88 करोड़ से अधिक शेयर और गैर-संस्थागत खरीदारों के लिए 2.96 करोड़ से अधिक शेयर आरक्षित हैं।