देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) के शेयर्स की हाल ही में शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी। लेकिन लिस्टिंग के बाद से LIC की स्थिति ठीक नहीं है। बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) के हिसाब से तब देश की 5वीं सबसे बड़ी कंपनी शेयरों में गिरावट के चलते 7वें नंबर पर आ गई है। वहीं LIC आईपीओ इन्वेस्टर्स का अब तक 87,500 करोड़ रुपया डूब चुका है।
5वीं सबसे बड़ी कंपनी का स्टेटस पाने वाली LIC की वैल्यू अब आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के एमकैप (Market Capitalization) से भी कम हो चुकी है। बीएसई (BSE) के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार के बंद भाव पर एलआईसी का मार्केट कैप 5,13,273.56 करोड़ रुपये है जबकि आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 5,22,519.50 करोड़ रुपये है।
लिस्टिंग के बाद से LIC के शेयर्स में गिरावट
एलआईसी पिछले महीने देश की सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आई थी लेकिन लिस्टिंग के बाद से कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। हाल में एनएसई पर इसकी कीमत 801 रुपये तक आ गई थी जो इसके इश्यू प्राइस से 148 रुपये कम है। बुधवार को BSE पर गिरकर 810.55 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 817 रुपये तक चढ़ा और 808.55 रुपये के निचले स्तर तक गिरा।
एलआईसी का ऑल टाइम लो (LIC All Time Low) लेवल 801.55 रुपये है। इस गिरावट के बाद एलआईसी की वैल्यू कम होकर 5,12,672.69 करोड़ रुपये पर आ गई। यह आईसीआईसीआई बैंक के 5,23,353.87 करोड़ रुपये के मार्केट कैप से कम है। वैल्यूएशन के हिसाब से LIC सातवें स्थान पर आ गई।
गौरतलब है कि कि एलआईसी ने 4 मई 2022 को अपना IPO पेश किया था और यह नौ मई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहा था। 21000 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में कंपनी ने शेयरों का प्राइस बैंड 902-949 रुपये निर्धारित किया था, लेकिन लिस्टिंग के बाद से यह टूटता गया।
अब तक IPO इन्वेस्टर्स ने गंवाए 87,569.31 करोड़ रुपये
अपर प्राइस बैंड के हिसाब से कंपनी की वैल्यू 6,00,242 करोड़ रुपये थी। अभी इसका एमकैप 5,12,672.69 करोड़ रुपये रह गया है। इस तरह एलआईसी आईपीओ के इन्वेस्टर्स को अब तक 87,569.31 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।