नई दिल्ली : जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित सूरी ने जीएसटी के तहत लग्जरी यात्री वाहनों पर उपकर कम करने की वकालत करते हुये कहा कि ज्यादा कर के कारण देश में इस श्रेणी के वाहनों का बाजार नहीं बढ़ रहा है। श्री सूरी ने बताया कि जब आरंभ में जीएसटी लागू किया गया था तो लग्जरी वाहनों पर कर की दर 43 प्रतिशत थी। इससे आरंभिक दौर में बिक्री बढ़ी थी।
लेकिन, बाद में एसयूवी श्रेणी के लिए उपकर बढ़कर 22 प्रतिशत करने से अभी कर की कुल दर 50 प्रतिशत हो गयी है। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत कर होने से कीमत पर काफी फर्क पड़ता है। यह इस श्रेणी के बाजार को बढ़ने से रोक रहा है। उल्लेखनीय है कि जीएसटी में सभी वाहनों को 28 प्रतिशत कर के स्लैब में रखा गया है। इसके अलावा आरंभ में लग्जरी उत्पादों पर अधिकतम 15 प्रतिशत उपकर की व्यवस्था की गयी थी जिसे बढ़कर अब 25 प्रतिशत कर दिया गया है।
इसमें एसयूवी पर उपकर 22 फीसदी तय किया गया है। इस प्रकार कर की प्रभावी दर 50 प्रतिशत हो जाती है। श्री सूरी ने कहा ‘कर की उचित दर तय करने की जिम्मेदारी सरकार की है, लेकिन मेरा मानना है कि लग्जरी वाहनों के बाजार को प्रोत्सहित करने के लिए कर में कम से कम 10-15 प्रतिशत की कटौती की जानी चाहिये। पहले भी विभिन्न प्रकार के कर मिलाकर इन वाहनों पर कर की प्रभावी दर 53 प्रतिशत के आसपास होती थी।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।