नई दिल्ली : मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने विदेशी मुद्रा में अंकित कर्जों के लिए निजी क्षेत्र के यस बैंक की वित्तीय साख का स्तर मंगलवार का घटाकर गैर निवेश श्रेणी में रख दिया। साथ ही बैंक के निदेशक मंडल से हाल में हुए कई इस्तीफों के बीच बैंक के लिए आगामी परिदृश्य को भी स्थिर से ‘प्रतिकूल’ कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी राणा कपूर का कार्यकाल 31 जनवरी, 2019 तक सीमित कर दिया है। उसके बाद से बैंक में कई इस्तीफे हुए हैं। मूडीज ने कहा है कि कि बैंक की घोषित बुनियादी वित्तीय स्थिति स्थिर है, लेकिन इसके नेतृत्व में बदलाव को लेकर जुड़े घटनाक्रमों के बैंक के संचालन से सुड़े मुद्दे साख के लिए प्रतिकूल हैं क्योंकि ये उनके चलते प्रबंधन के लिए बैंक की दीर्घावधि रणनीति के क्रियान्वयन में उलझने पैदा होंगी।
मूडीज ने कहा कि इन घटनाक्रमों से बैंक की नई पूंजी जुटाने की क्षमता प्रभावित होगी। मूडीज ने बैंक की विदेशी मु्द्रा में ऋणों के लिए रेटिंग को बीएए3 से घटाकर बीए1 कर दिया है। इसी तरह बैंक न्यूनतम साख के स्तर (बीसीए) को बीए1 से बीए2 कर दिया है। इसी तरह बैंक के परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक कर दिया गया है।
पंजाब नेशनल बैंक का एनपीए जोखिम कम हुआ : फिच रेटिंग ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की वित्तीय साख रेटिंग को कायम रखा और ‘साख निगरानी नकारात्मक’ के साथ इसके बैंक व्यावारिक रुप से टिके रह पान की चिंता से जुड़ी ‘व्यवहार्यता-साख’’ (वीआर) को हटा दिया है।
रेटिंग एजेंसी का मानना है कि पीएनबी की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) अपने उच्चतम स्तर को छू चुकी हैं तथा मुनाफे के और नीचे जाने का जोखिम कम हुआ है।
फिच ने साख निगरानी नकारात्मक से वीआर को इसलिए हटाया गया है क्योंकि वीआर के और नीचे जाने की संभावना कम है क्योंकि हमारा मानना है कि गैर निष्पादित ऋण (एनपीएल) अनुपात अपने उच्चतम स्तर को छू चुका है। फिच ने कहा कि बैंक के मुनाफे पर दबाव अभी बना हुआ है।