नई दिल्ली : देश में घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रियों की संख्या पहली बार एक साल में 10 करोड़ के पार पहुँच गयी है। पिछले साल घरेलू मार्गों पर 11 करोड़ 71 लाख 76 हजार यात्रियों ने हवाई यात्रा की जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड है। यह पहली बार है जब किसी कैलेंडर वर्ष में यह आँकड़ 10 करोड़ के पार रहा है। इससे पहले 2016 में हवाई यात्रियों की संख्या नौ करोड़ 98 लाख 88 हजार रही थी। इस प्रकार इसमें 17.31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।
सस्ते विमान ईंधन, बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा तथा लोगों की व्यय क्षमता बढ़ने से लगातार 39 महीने से देश में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गयी है। अक्टूबर 2014 से यह क्रम जारी है। नागर विमानन महानिदेशालय के आँकड़ के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में देश में विमान यात्रा करने वालों की संख्या 17.69 प्रतिशत बढ़कर एक करोड़ 12 लाख 42 हजार पर पहुँच गयी जो किसी एक महीने का रिकॉर्ड है। इससे पहले 2016 में देश में विमान से यात्रा करने वालों की संख्या 23.18 प्रतिशत और 2015 में 20.34 प्रतिशत बढ़ थी जबकि वर्ष 2014 में यह आँकड़ 9.70 फीसदी रहा था।
घरेलू बाजार में पिछले साल भी इंडिगो का दबदबा कायम रहा। उसके नेटवर्क पर चार करोड़ 63 लाख 72 हजार यात्रियों ने सफर किया और उसकी बाजार हिस्सेदारी 39.6 प्रतिशत रही। जेट एयरवेज 15.4 प्रतिशत के साथ दूसरे और सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया 13.3 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रही। किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट 13.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ चौथे स्थान पर रही। वर्ष 2016 में इंडिगो की हिस्सेदारी 39.3 प्रतिशत, जेट एयरवेज की 16.3 प्रतिशत, एयर इंडिया की 14.6 प्रतिशत और स्पाइसजेट की 12.7 प्रतिशत रही थी।
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