Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana( PMGKY) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य देश के गरीबों और कमजोर वर्गों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना 20 मार्च, 2020 को शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य COVID-19 महामारी के कारण हुए आर्थिक संकट से राहत प्रदान करना था। PMGKY के तहत, सरकार गरीब परिवारों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो मुफ्त अनाज प्रदान करती है। इसके अलावा, सरकार गरीब परिवारों को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन भी प्रदान करती है। सरकार छोटे और सीमांत किसानों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है। PMGKY ने भारत के गरीबों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान की है। इस योजना ने उन्हें भोजन और अन्य आवश्यक सामानों तक पहुंच प्रदान की है, जिससे उन्हें COVID-19 महामारी के दौरान अपने जीवन को बेहतर ढंग से चलाने में मदद मिली है।
पीएमजीकेवाई को भारत के सबसे सफल सामाजिक कल्याण योजनाओं में से एक माना जाता है। इस योजना ने देश के गरीबों और कमजोर वर्गों को महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान की है।
बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच: पीएमजेडीवाई ने देश के दूरदराज के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना ने इन लोगों को बचत, निवेश और ऋण लेने की क्षमता प्रदान की है।
वित्तीय साक्षरता: पीएमजेडीवाई के तहत, लाभार्थियों को वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों के माध्यम से वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के बारे में शिक्षित किया जाता है। इससे उन्हें अपने वित्त का बेहतर ढंग से प्रबंधन करने में मदद मिलती है।
आर्थिक विकास: पीएमजेडीवाई ने भारत के आर्थिक विकास में भी योगदान दिया है। इस योजना ने लोगों को बचत और निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे देश के समग्र धन को बढ़ावा मिला है।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना भारत के गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। केंद्र सरकार ने इसे सबसे पहले 30 जून 2020 को शुरू किया था. उसके बाद इसे कई मौकों पर बढ़ाया जा चुका है। अभी यह योजना दिसंबर 2023 में यानी अगले महीने समाप्त होने वाली थी। अब 5 साल के विस्तार के बाद लोगों को दिसंबर 2028 तक इस योजना का लाभ मिलता रहेगा ।