नई दिल्ली : सरकार के पूर्ण बजट 2019-20 में कृषि, ग्रामीण विकास और निवेश को अहमियत दी गई। सरकार ने गंभीरतापूर्वक निवल कर राजस्व अनुमान में सालाना 3.7 फीसदी की कटौती जबकि राजस्व व्यय को बनाए रखा। पूंजीगत व्यय में अंतरिम अनुमान के मुकाबले 23 अरब रुपये का अतिरिक्त आवंटन बढ़ाया गया। वित्तवर्ष 2019-20 के लिए राजकोषीय घाटा लक्ष्य में संशोधन करते हुए इसे 10 आधार अंक घटाकर 3.3 फीसदी कर दिया गया है।
पूर्व में राजकोषीय घाटा लक्ष्य 3.4 फीसदी था जो हमारे अनुमान-3.8-4.3 फीसदी से काफी कम है। सरकार ने विनिवेश लक्ष्य 900 अरब रुपये से 150 अरब रुपये बढ़कार 1,050 अरब रुपये कर दिया है, जो पिछले साल के मुकाबले 31.3 फीसदी अधिक है। कुल व्यय में 13.4 फीसदी वृद्धि की गई।
पिछले साल के मुकाबले राजस्व व्यय में 14.3 फीसदी और पूंजीगत व्यय में 6.9 फीसदी का इजाफा किया गया है। राजस्व व्यय अंतरिम अनुमान के बराबर ही है। वित्तवर्ष 2019-20 में राजकोषीय घाटा अनुमान भी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 3.3 फीसदी रखा गया है।