नई दिल्ली : नये ऑर्डरों से कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने का प्रोत्साहन मिलने के कारण नवंबर में देश के विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियों में तेजी देखी गयी और यह 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। एक मासिक सर्वेक्षण में सोमवार को इसकी जानकारी मिली। विनिर्माण कंपनियों के खरीद प्रबंधकों के बीच किया जाने वाला मासिक सर्वेक्षण ‘निक्की इंडिया मैन्यूफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स’ (पीएमआई इंडेक्स) नवंबर में 54.0 पर पहुंच गया।
अक्टूबर महीने में यह 53.1 रहा था। सूचकांक का 50 से ऊपर रहना कारोबारी गतिविधियों में विस्तार दर्शाता है जबकि 50 से नीचे का सूचकांक संकुचन का संकेत देता है। यह लगातार 16वां महीना है जब विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है और विनिर्माण पीएमआई इंडेक्स 50 से ऊपर रहा है।
मजबूत मांग और बेहतर बिक्री के कारण नवंबर 2018 में विनिर्माण गतिविधियों में तेजी अक्टूबर 2016 के बाद की दूसरी सर्वाधिक रही है। सर्वेक्षण रपट की लेखिका और आईएचएस मार्किट में प्रधान अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि भारतीय विनिर्माण क्षेत्र अगस्त में तेजी खोने के बाद से लगातार सुधार कर रहा है और नवंबर में यह 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि नये ऑर्डरों में विस्तार को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बेहतर बिक्री से समर्थन मिला। रोजगार के मोर्चे पर नवंबर महीने में वस्तुओं के विनिर्माताओं ने रोजगार सृजन किया। हालांकि रोजगार में वृद्धि अक्टूबर के मुकाबले नरम रही, इसके बावजूद यह छह सालों की सर्वाधिक तेजी में से एक रही।
सर्वेक्षण में कहा गया कि कारोबारी धारणा में भी अक्टूबर के 20 महीने के निचले स्तर से सुधार हुआ है। भारतीय विनिर्माताओं का अनुमान है अगले 12 महीने तक बाजार की परिस्थितियां बेहतर बनी रहेंगी।