भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि बैंकों के प्रस्तावित विलय की प्रक्रियाओं में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए केंद्रीय बैंक सरकार के साथ सम्पर्क में है। उन्होंने कहा कि अहम मुद्दा यह सुनिश्चित करना है कि विलय के बाद ऋण वितरण, ऋण अदायगी और बैंकिंग कामकाज जैसी प्रक्रियाएं बिना किसी बाधा के पूरी हो जाएं।
पिछले महीने सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मिलाकर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद सरकारी बैंकों की संख्या 19 से कम होकर 12 रह जाएगी। गवर्नर दास ने एक कार्यक्रम में कहा कि यह एक मुद्दा है जिस पर सरकार और आरबीआई के बीच विचार-विमर्श किया जा रहा है, ताकि विलय की पूरी प्रक्रिया को बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके।