दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रोमोटर शिविंदर सिंह को आरएफएल धनशोधन मामले में 19 दिसंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। यह मामला रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) में कोष की कथित हेराफेरी से जुड़ा है।
अदालत ने कहा कि न्यायिक हिरासत में भेजा जाना जरूरी है क्योंकि बहुत बड़े स्तर के वित्तीय लेन-देन का मामला है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव ने सिंह को प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया। एजेंसी ने पूछताछ के लिए शिविंदर की 14 दिन की हिरासत मांगी थी।
आरएफएल के धन में हेराफेरी कर इसे कथित रूप से दूसरी कंपनियों में निवेश करने पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सिंह के भाई और फोर्टिस हैल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर मलविंदर (46), रेलिगेयर इंटरप्राइजेस लिमिटेड के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी (58), कवि अरोड़ा (48) और अनिल सक्सेना को गिरफ्तार किया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने शिविंदर को 12 दिसंबर को तिहाड़ जेल से हिरासत में लिया था । वहां पर वह दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले में बंद थे । इससे पहले अदालत ने ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी ।