नई दिल्ली : एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारत अक्षय ऊर्जा की अपनी संस्थापित क्षमता को बढ़ाकर 1,75,000 मेगावाट करने के लक्ष्य को 2022 की तय समयावधि से पहले ही हासिल कर लेगा। नवीन व नवीकृत उर्जा सचिव आनंद कुमार ने यहां पीएचडीसीसीआई के एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत 1,75,000 मेगावाट संस्थापित अक्षय उर्जा क्षमता को 2022 से पहले ही हासिल कर लेगा। इसके लिए बोली प्रक्रिया को समय पर पूरा किया जाएगा और इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आईएसए) को सौर उर्जा परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धन जुटाने में मदद करनी चाहिए।
उद्योग मंडल के अनुसार कुमार ने कहा कि बीते वर्षों में अक्षय ऊर्जा सस्ती हुई है और यह परंपरागत उर्जा स्रोतों की जगह लेने जा रही है जो कि स्वस्थ घटनाक्रम है। सचिव ने कहा कि दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता अक्षय ऊर्जा कार्यक्रम भारत का है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत संस्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने के अपने लक्ष्य को 2022 से पहले ही हासिल कर लेगा और आईएसए को सौर उर्जा परियोजनाओं के लिए धन जुटाने में मदद करनी चाहिए।
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