देश इस वक्त कोरोना के संकट से जूझ रहा है। महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से डगमगा गई है। मगर इन सब के बीच, गुरुवार को शेयर बाजार से अच्छी खबर सामने आई। शेयर बाजार में तेजी के रुख और विदेशी निधियों का निवेश बढ़ने से गुरुवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 57 पैसे उछलकर एक माह के उच्चतम स्तर 75.09 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गई।
बाजार सूत्रों के अनुसार विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने और अमेरिका में कोविड-19 की दवा को लेकर उम्मीद बढ़ने से स्थानीय मुद्रा को समर्थन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि इसके अलावा निवेशकों के जोखिम सहने की ताकत में सुधार हो रहा है। भारत में चार मई से कई मामलों में लॉकडाउन से ढील दिये जाने की भी उम्मीदें हैं। रुपये में लगातार चौथे दिन आज तेजी रही और इस दौरान रुपये में 137 पैसे का सुधार आया है।
अंतर बैंक विदेशीमुद्रा बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 75.17 रुपये पर खुला। कारोबार के दौरान यह 74.94 के उच्च स्तर और 75.20 के निम्न स्तर को छू गया। अंत में यह 57 पैसे की तेजी के साथ 75.09 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 75.66 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिका की कंपनी गिलियेड की दवा रेमडेसिविर ने कोरोना रोगियों को ठीक करने के संबंध में आश्वस्त किया है जिसके बाद कोविड-19 को लेकर आशंकाएं कुछ कम हुई है।