नई दिल्ली : भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने डियाजियो पीएलसी के पूर्व अधिकारी निशात शैलेश गुप्ते पर पूंजी बाजार में कारोबार से सात साल की रोक लगा दी है। गुप्ते पर यह प्रतिबंध यूनाइटेड स्पिरिट्स से संबंधित भेदिया कारोबार में लगाया गया है।
इसके अलावा नियामक ने गुप्ते से जुड़े तीन लोगों…पूनम हरीश जशनानी, हरीश परमानंद जशनानी और वरुण हरीश जशनानी को भेदिया कारोबार मामले में गैरकानूनी तरीके से कमाए एक करोड़ रुपये के लाभ को ब्याज सहित लौटाने का निर्देश दिया है। सेबी ने कहा कि गुप्ते डियाजियो के वैश्विक व्यापार विकास प्रबंधक थे। उनके पास रिले बी वी द्वारा यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयरों के अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित बोली के बारे में अप्रकाशित संवेदनशील सूचना थी।
नियामक ने कहा कि पूनम, हरीश और वरुण ने गुप्ता से मिली सूचना के आधार यूएसएल की ट्रेडिंग गतिविधियों में भेदिया कारोबार किया। गुप्ते, पूनम और हरीश के दामाद तथा वरुण के जीजा हैं। सेबी के 10 जनवरी को पारित आदेश में कहा गया है कि संबंधित लोगों के बीच नजदीकी संबंध को देखते हुए यह निष्कर्ष निकलता है कि निशात ने उन्हें अप्रकाशित सूचना उपलब्ध कराई थी। पूनम, हरीश और वरुण को निर्देश दिया गया है कि वे गैरकानूनी तरीके से कमाई गई क्रमश: 45.44 लाख, 29.24 लाख और 26.18 लाख रुपये की राशि को 12 प्रतिशत के वार्षिक ब्याज के साथ 45 दिन में लौटाएं।