भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार को जोरदार गिरावट आयी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 807 अंक का गोता लगाया। चीन में कोरोना वायरस के नये मामले आने के बाद निवेशकों की चिंता बढ़ने के बीच वैश्विक बाजारों में बिकवाली दबाव का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी पड़ा। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 806.89 अंक यानी 1.96 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 40,363.23 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 251.45 अंक यानी 2.08 प्रतिशत टूटकर 11,829.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल सभी कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे। टाटा स्टील में सर्वाधिक 6.39 प्रतिशत की गिरावट आयी। उसके बाद ओएनजीसी, मारुति, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और भारती एयरटेल का स्थान रहा। इस बीच, खतरनाक कोरोना वायरस के तेजी से चीन के बाहर दूसरे देशों में फैलने की रिपोर्ट है। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये चिंताजनक संकेत है।
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस मामलों में तीव्र वृद्धि के बाद देश में सतर्कता बढ़ गयी है। वहीं इटली और ईरान ने भी बचाव को लेकर उल्लेखनीय कदम उठाये हैं। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भी आगाह किया कि खतरनाक कोरोना विषाणु पहले से कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था को और संकट में डाल सकता है।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस देश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपात स्थिति है। चीन में इस विषाणु के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,592 पहुंच गयी है। दुनिया के अन्य बाजारों में सियोल का शेयर बाजार नीचे आया।
दक्षिण कोरिया में भी कोरोना विषाणु के संक्रमण से 161 और लोगों के मारे जाने की खबर से शेयर बाजार नीचे आया। इस विषाणु के कारण वहां अबतक 763 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के बाद यह दूसरा देश है जहां इतनी संख्या में लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा शंघाई, तोक्यो और हांगकांग के बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। इटली के मिलान का एफटीएसई एमआईबी 4 प्रतिशत से अधिक नीचे आया। इटली में विषाणु के कारण चार लोगों की मौत हो चुकी है। इसकी चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।