खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों के निराशाजनक रहने तथा चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण बृहस्पतिवार को घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 106.11 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 41,459.79 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स में 41,709.30 अंक के उच्चतम स्तर और 41,338.31 अंक के निचले स्तर के बीच उतार-चढ़ाव रहा। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 26.55 अंक यानी 0.22 प्रतिशत गिरकर 12,174.65 अंक पर आ गया। जांच के नये तरीके में चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने के कारण वैश्विक बाजारों में धारणा खराब रही।
सरकार द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आयी। खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में 68 महीनों के उच्च स्तर 7.59 प्रतिशत पर पहुंच गयी। खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ने से रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में कटौती किये जाने की उम्मीद धूमिल होने के कारण ब्याज दर को लेकर संवेदनशील कंपनियों में गिरावट देखने को मिली।
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी में सर्वाधिक गिरावट देखने को मिली।
भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन, इंफोसिस, सन फार्मा और टेक महिंद्रा में 2.37 प्रतिशत तक की तेजी रही।