मुंबई : बीते हफ्ते घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार विवाद और चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत रहा। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 417.95 अंकों या 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ 34,315.63 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 168.95 अंकों या 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 10,303.55 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 227.92 अंकों या 1.6 फीसदी गिरावट आई और यह 14,058.30 पर बंद हुआ। बीएसई का स्मॉलकैप सूचकांक 76.51 अंकों या 0.54 फीसदी की गिरावट के साथ 14,082.92 पर बंद हुआ।
सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 131.52 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 34,865.10 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 40 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 10,512.50 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्सस 297.38 अंकों या 0.85 फीसदी की तेजी के साथ 35,162.48 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 72.25 अंकों या 0.69 फीसदी की तेजी के साथ 10,584.75 पर बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स में तेज गिरावट दर्ज की गई और यह 382.90 अंकों या 1.09 फीसदी की गिरावट के साथ 34,779.58 पर बंद हुआ। गुरुवार को दशहरा के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहे।
शुक्रवार को सेंसेक्स 463.95 अंकों या 1.33 फीसदी की गिरावट के साथ 34,315.63 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 149.50 अंकों या 1.43 फीसदी की गिरावट के साथ 10,303.55 पर बंद हुआ। बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में इंफोसिस (0.52 फीसदी) शामिल रहा। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे – रिलायंस इंडस्ट्रीज (2.2 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.22 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (6.82 फीसदी)। आर्थिक मोर्चे पर, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दर सितंबर में बढ़कर 5.13 फीसदी हो गई है, जिसमें खाने-पीने के सामान और प्राथमिक वस्तुओं के दाम में आई तेजी का मुख्य योगदान है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में थोक महंगाई दर 4.53 फीसदी थी।