मुंबई : रुपये में मजबूत सुधार और कच्चा तेल में नरमी के बीच पेट्रोलियम, बुनियादी संरचना एवं बैंकिंग कंपनियों में जोरदार लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 332 अंक चढ़कर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी 100 अंक से अधिक की बढ़त लेकर 10,500 अंक के पार हो गया। हालांकि कई एशियाई बाजार अमेरिकी वाल स्ट्रीट बाजार में बिकवाली के दबाव के बची गिरावट में रहे जबकि अमेरिका-चीन व्यापारिक संबंध में तनाव के साथ अमेरिकी डालर सुरक्षित निवेश के माध्यम के रूप में आकर्षक हो गया है और इस समय यह वैश्वि मुद्राओं की तुलना में मजबूत हो 16 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
हालांकि रुपये की तेजी और विदेशी निवेशकों की ओर से पूंजी निवेश बढ़ने से शेयर बाजारों में निवेशकों की धारणा मजबूत रही। वैश्विक बाजारों में ब्रेंट क्रूड 0.98 प्रतिशत गिरकर 69.43 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल के बाद भी कच्चा तेल के नरम पड़ने से निफ्टी करीब एक प्रतिशत चढ़ गया।
खुदरा मुद्रास्फीति के नरम होकर 3.31 प्रतिशत पर आ जाने, औद्योगिक उत्पादन स्थिर रहने और रुपये के मजबूत होने से बाजार को बल मिला। कारोबार के दौरान दोपहर में खरीदारी निकलने से सेंसेक्स 35,185.17 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कारोबार की समाप्ति पर यह अंतत: 331.50 अंक यानी 0.95 प्रतिशत बढ़कर 35,144.49 अंक पर बंद हुआ।