मुंबई : केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को तकनीकी कपड़ा क्षेत्र के लिए एचएसएन कोड जारी किया। माना जा रहा है कि यह 2020-21 तक दो लाख करोड़ रुपये का बाजार हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपाय साबित होगा। तकनीकी कपड़े पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने यहां कहा कि तकनीकी कपड़े के लिए एचएसएन कोड से देश के किसानों को फायदा होगा।
इस कदम से तकनीकी कपड़ा (पहनने के अलावा अन्य उपयोग में आने वाले) क्षेत्र का कारोबार दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उद्योग लंबे समय से तकनीकी कपड़ा क्षेत्र को अलग श्रेणी घोषित करने की मांग कर रहा है। इसी के मद्देनजर सरकार ने 207 एचएसएन कोड को तकनीकी कपड़े के रूप में अधिसूचित किया है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि संभावित निवेशकों को इस क्षेत्र में उतरने को मदद करने के लिए मंत्रालय ने फोकस इनकुबेशन सेंटर (एफआईसी) स्थापित किए हैं। मंत्री ने कहा कि हम इनकुबेशन केंद्रों पर ध्यान दे रहे हैं और देश में ऐसे 11 केंद्र स्थापित किए गए हैं। कपड़ा मंत्रालय के तहत हमने सड़क, जल संग्रहण के लिए 40 भू -कपड़ा परियोजनाएं शुरू की हैं।
साथ ही हमने यह सुनिश्चित किया है कि हमारे किसान 54 एग्रो टेक प्रदर्शन केंद्रों में एग्रो टेक के बारे में समझ पाएं। हमने उन्हें किट भी बांटी है। ईरानी ने बताया कि पिछले चार साल के दौरान कपड़ा मंत्रालय के तहत 530 प्रोटोटाइप परिसर पहले ही विकसित किए जा चुके हैं। साथ ही आठ विशिष्टता केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। इन पर 140 करोड़ रुपये की लागत आई है।