मुंबई/नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली आमंत्रित की है। सार्वजनिक सूचना के अनुसार, एसबीआई जेट एयरवेज के प्रबंधन और नियंत्रण में बदलाव पर विचार कर रहा है। स्टेट बैंक, एयरलाइन को कर्ज देने वाले ऋणदाताओं के समूह की अगुवाई कर रहा है। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स बोली प्रक्रिया में कर्जदाताओं की सहायता करेगी और परामर्श देगी। बोलियां 10 अप्रैल तक जमा की जा सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि ऋण समाधान योजना के तहत ऋणदाताओं के समूह ने जेट एयरवेज का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है। जेट एयरवेज के निदेशक मंडल द्वारा 25 मार्च को मंजूर कर्ज समाधान योजना के तहत कर्जदाताओं ने एयरलाइन में बहुलांश हिस्सेदारी ली और उसमें 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी डालने की तैयारी में हैं। इसके अलावा एयरलाइन के संस्थापक और प्रवर्तक नरेश गोयल के साथ उनकी पत्नी अनीता गोयल ने निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया।
दो एनपीए खातों के लिए रुचि पत्र मांगा
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 423 करोड़ रुपये से अधिक के बकाये की वसूली को दो गैर-निष्पादित परिंसपत्तियों की बिक्री के लिए परिसंपत्ति पुनर्गठवन कंपनियों और वित्तीय संस्थानों से रुचि पत्र मांगा है। एसबीआई ने एक रुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रण में कहा कि कमाची इंडस्ट्रीज और एसएनएस स्टार्च के एनपीए खातों की ई-नीलामी 25 अप्रैल 2019 को होनी है।
बैंक ने कहा कि नियामकीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप वित्तीय संपत्ति की बिक्री को लेकर बैंक की नीति के तहत हम इन खातों को संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी)/ बैंक/एनबीएफसी/ वित्तीय संस्थानों के समक्ष रखेंगे। एसबीआई का स्टील निर्माता कमाची इंडस्ट्रीज पर 364.80 करोड़ रुपये जबकि एसएनएस स्टार्च पर 58.87 करोड़ रुपये का बकाया है।