मुंबई : घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी सत्र में सुस्ती का माहौल रहने के कारण प्रमुख संवेदी सूचकांकों में गिरावट आई, मगर प्रमुख संवेदी सूचकांकों में लगातार तीन सप्ताह की गिरावट के बाद बढ़त दर्ज की गई। सेंसेक्स पिछले सप्ताह से 200 अंकों की बढ़त के साथ 39,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बना रहा। निफ्टी भी 11,700 के ऊपर बना रहा।
सप्ताह के दौरान तीन सत्रों में कारोबारी रुझान कमजोर रहने से गिरावट दर्ज की गई, जबकि दो सत्रों में मजबूत विदेशी संकेतों और मॉनसून की प्रगति से बाजार में तेजी का रुझान बना रहा। हालांकि, निवेशकों की निगाहें जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले के घटनाक्रमों पर बनी रहीं। वे सम्मेलन के नतीजे आने की प्रतीक्षा में सर्तकता बरत रहे थे। निवेशक खासतौर से अमेरिका और चीन के राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात से दोनों देशों के बीच जारी व्यापारिक तनाव दूर होने की उम्मीद संजोए थे।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेजी व मंदी और देसी मुद्रा रुपये में आई मजबूती का भी घरेलू शेयर बाजार पर प्रभाव बना रहा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का प्रमुख शेयर संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 200.15 अंकों यानी 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 39,394.64 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी बीते सप्ताह के मुकाबले 64.75 अंकों यानी 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 11,788.85 पर बंद हुआ।
बीएसई का मिड-कैप सूचकांक 183.75 अंकों यानी 1.26 फीसदी की तेजी के साथ 14,808.34 पर रहा और स्मॉल-कैप सूचकांक भी 155.09 अंकों यानी 1.1 फीसदी की तेजी के साथ 14,239.33 पर बंद हुआ। सप्ताह की शुरुआत मंदी के साथ हुई और सेंसेक्स सोमवार को 71.53 अंकों यानी 0.18 फीसदी गिरावट के साथ 39,122.96 पर बंद हुआ। निफ्टी 24.45 अंकों यानी 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,699.65 पर बंद हुआ।
हालांकि अगले दिन मंगलवार को बाजार में जबरदस्त तेजी आई और सेंसेक्स 311.98 अंकों यानी 0.80 फीसदी की तेजी के साथ 39,434.94 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 96.80 अंकों यानी 0.83 फीसदी की तेजी के साथ 11,796.45 पर बंद हुआ।