मुंबई : आम बजट 2019-20 में सूचीबद्ध कंपनियों की सार्वजनिक शेयर हिस्सेदारी की न्यूनतम सीमा बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद शेयर बाजारों में लगातार चार दिन से जारी बढ़त शुक्रवार को थम गयी। धातु, बिजली, वाहन और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर में भारी बिकवाली के चलते शुक्रवार को सेंसेक्स 395 अंक की तीव्र गिरावट के साथ बंद हुआ।
शेयरों का अनुपात बढ़ाने के बजट प्रस्ताव से बाजार को आशंका हुई कि सूचीबद्ध कंपनियों की ओर से बाजार में एक साथ अतिरिक्त शेयर लाने से बाजार में धन की तंगी खड़ी हो सकती है। बहुत उतार-चढ़ाव भरे माहौल में 30 कंपनियों का शेयर सूचकांक 394.67 अंक अथवा 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,513.39 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार यह नीचे में 39,441.38 और ऊपर में 40,032.41 अंक तक गया था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 कंपनियों वाला शेयर सूचकांक निफ्टी 135.60 अंक अथवा 1.14 प्रतिशत टूटकर 11,811.15 अंक पर बंद हुआ। दिन में यह 11,797.90 – 11,981.75 अंक के दायरे में रहा। बजट में प्रतिभूति कारोबार कर (एसटीटी) के मामले में भी राहत दी गयी है। यह कर अब डेरिवेटिव विकल्प के सौदों में निर्धारित और निस्तारण मूल्य के अंतर पर लागू होगा।