मुंबई : आर्थिक समीक्षा के बाद निवेशकों की धारणा मजबूत होने से शेयर बाजारों का रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला फिर शुरू हो गया। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 233 अंक की छलांग के साथ नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2017-18 में भारतीय अर्थव्यवस्था की गुलाबी तस्वीर पेश की गई है जिससे बाजार में तेजी आई।
समीक्षा में कहा गया है कि 2018-19 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7-7.5 प्रतिशत रहेगी, जिससे भारत एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएगा। समीक्षा में अनुमान लगाया गया है कि चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था 6.75 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। ब्रोकरों ने कहा कि फरवरी के डेरिवेटिव अनुबंधों की शुरुआत तथा विदेशी कोषों के सतत प्रवाह और यूरोपीय बाजारों की मजबूत शुरुआत से यहां धारणा मजबूत हुई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूत रुख से खुलने के बाद दिन में कारोबार के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 36,443.98 अंक तक गया। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से यह कुछ नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 232.81 अंक या 0.65 प्रतिशत के लाभ से 36,283.25 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले 24 जनवरी को सेंसेक्स ने 36,161.64 अंक का रिकॉर्ड बनाया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 60.75 अंक या 0.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 11,130.40 अंक के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया। इससे पहले निफ्टी ने 24 जनवरी को 11,086 अंक का रिकॉर्ड बनाया था। इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार पिछले गुरुवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 937.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 965.67 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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