घरेलू शेयर बाजार में भारी उतार चढ़ाव के बीच अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया 75.19 रुपये प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित रुख दर्शाता बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि रुपए में कारोबार सीमित दायरे में सिमटा रहा क्योंकि निवेशकों को बाजार के आगे के संकेतों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के आंकडे आने का इंतजार है।
चार घंटे के संक्षिप्त कारोबारी सत्र के दौरान रुपया डॉलर दर 75.08-75.21 के बीच रही। कारोबार के अंत में रुपया मात्र एक पैसे की तेजी के साथ 75.19 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शुक्रवार को यह 75.20 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। सूत्रों ने कहा कि कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण जहां रुपये को समर्थन मिला वहीं विदेशी पूंजी की निकासी और कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर चिंताओं से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
जून महीने में देश की खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 6.09 प्रतिशत हो गई जिसका मुख्य कारण खाद्य वस्तुओं की अधिक कीमत का होना था। कारोबारी की समाप्ति के बाद जारी किये गये सरकारी आंकड़े में यह जानकारी दी गई है।