शेयर बाजार में कुछ दिनों पहले तेजी से गिरावट देखने को मिली जिसके पीछे की वजह हमास और इजराइल बीच चल रहे युद्ध मानी गई। लेकिन दीवाली के चलते बाजार में फिर कुछ हलचल देखने को मिली। वही कुछ शेयरों मे निफ्टी के बेहतर प्रदर्शन करने वालो में टाटा मोटर्स भी शामिल है। निफ्टी के बेहतर परफॉरमेंस करने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स भी शुमार हैं।
इस साल अब तक निफ्टी का सबसे तेज चढ़ने वाला शेयर
निफ्टी 50 इस साल 7 फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है वही टाटा मोटर्स के शेयर इस समय करीब 66 फीसदी मजबूत हुए हैं और इस साल अब तक निफ्टी का सबसे तेज चढ़ने वाला शेयर है। इसके शेयर नई गाड़ियों की लॉन्चिंग और इलेक्ट्रिक वेईकल (EV) सेगमेंट में लीडरशिप पोजिशन के चलते उछाल रही ।
ऐसा कारोबार पसंद क्यों नहीं
एक्सपर्ट ने बताया की क्यों वह टाटा मोटर्स को नहीं पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि वे ऐसे कारोबार को नहीं पसंद करते हैं जिसमें कैपिटल एक्सपेंडिचर बहुत अधिक हो । पांच साल से इसमें सालाना 300 करोड़ डॉलर खर्च होते हैं और यह कोई नहीं बताता है कि इससे मिलेगा क्या? उनके कहने का मतलब है कि यह कोई बताता है कि अब खर्च बढ़ा है तो मार्जिन भी बढ़ेगा, कारों की बिक्री में हिस्सेदारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स पहले भी कार बनाती थी और अब भी यह बना रही है लेकिन अब फर्क भी इतना ही आया है कि तेल से चलने वाली गाड़ियों से इलेक्ट्रिक वेईकल की तरफ शिफ्ट होने के लिए 1500 करोड़ डॉलर अलग कर दिए। कुल मिलाकर कुछ एक्सपर्ट ऐसे कारोबार को पसंद ही नहीं करते हैं जिसमें भारी कैपिटल एक्सपेंडिचर बेहतरीन मार्जिन या मुनाफे की गारंटी न दे।