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कच्चे तेल के दाम में लगातार तेजी का रुख

यह समय सीमा दो मई को समाप्त हो रही है। अमेरिका की इस घोषणा के बाद कच्चे तेल की वैश्विक आपूर्ति घटने की आशंका से तेल के दाम में तेजी देखी जा रही है।

नई दिल्ली : ईरान से कच्चे तेल के आयात पर अमेरिकी प्रतिबंध को लेकर तेल के दाम में लगातार तेजी का रुख बना हुआ। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गुरुवार को ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 75 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया, जोकि 31 अक्टूबर 2018 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। अमेरिकी ने इसी सप्ताह कहा कि नवंबर 2018 में ईरान से कच्चे तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने के बाद जिन देशों को 180 दिनों तक ईरान से तेल खरीदने की छूट दी गई थी उन्हें इस समय सीमा के अतिरिक्त छूट नहीं दी जाएगी। यह समय सीमा दो मई को समाप्त हो रही है। अमेरिका की इस घोषणा के बाद कच्चे तेल की वैश्विक आपूर्ति घटने की आशंका से तेल के दाम में तेजी देखी जा रही है।

हालांकि अमेरिका में पिछले सप्ताह तेल के भंडार में इजाफा हुआ है, लेकिन इससे कीमतों में आई तेजी पर कोई खास असर नहीं पड़ा। बाजार के जानकार बताते हैं कि ईरान कच्चे तेल का प्रमुख आपूतिकर्ता है और अमेरिकी प्रतिबंध के कारण वहां से तेल की आपूर्ति बाधित होने से वैश्विक आपूर्ति में कमी आने की आशंका है। अमेरिकी एजेंसी इनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) के अनुसार, पिछले सप्ताह अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 54.79 लाख बैरल बढ़कर 46 करोड़ बैरल हो गया जोकि अक्टूबर के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले ईआईए ने मंगलवार को कहा कि बाजार में इस समय तेल की आपूर्ति पर्याप्त है।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (करेंसी एवं ऊर्जा) अनुज गुप्ता ने कहा कि ईरान दुनिया का प्रमुख तेल उत्पादक देश है और नवंबर के बाद से उसकी आपूर्ति में काफी कमी आई है जिससे इस साल तेल के दाम में लगातार तेजी का रुख देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि ईरान से तेल का आयात बाधित होने से तेल की वैश्विक आपूर्ति घटने की आशंका है इसलिए कीमतों में तेजी आई है जो आगे भी जारी रह सकती है। भारत और चीन ईरान से तेल का प्रमुख खरीददार है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी से भारतीय वायदा बाजार में कच्चा तेल वायदा तेज था।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एससीएक्स) पर गुरुवार को अपराह्न् 15.59 बजे कच्चे तेल का मई अनुबंध 29 रुपये यानी 0.63 फीसदी की तेजी के साथ 4,658 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले भाव 4,669 रुपये प्रति बैरल तक उछला। अंतराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का जून डिलीवरी अनुबंध 1.02 फीसदी की तेजी के साथ 75.33 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि इससे पहले भाव 75.59 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। इससे पहले 31 अक्टूबर को ब्रेंट क्रूड का भाव 77.03 डॉलर प्रति बैरल से फिसलकर 75.91 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।

इस साल दो जनवरी को ब्रेंट के भाव का निचला स्तर 52.51 डॉलर प्रति बैरल था। इससे तुलना करें तो अब तक 43.45 फीसदी की तेजी आई है। अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का जून अनुबंध 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 66.16 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि इससे पहले भाव 66.28 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।

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