‘Ujjwala Yojana’ मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक है, लेकिन इस योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर लेने वाले 90 लाख लाभार्थियों ने सिलेंडर रिफिल यानी दोबारा नहीं भरवाया। इसके साथ करीब 1 करोड़ लाभार्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने केवल एलपीजी कनेक्शन लेने के बाद साल में एक बार ही सिलेंडर को भरवाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी जिसका उद्देश्य मार्च 2020 तक 8 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन देना था। हालांकि अभी तक प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMYU) के तहत 9 करोड़ कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
आरटीआई (RTI) कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर की ओर से दाखिल की गई आरटीआई (RTI) में यह खुलासा हुआ है, जिसमें उन्होंने तीनों सरकारी तेल वितरण कंपनियों इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम लिमिटेड (BPCL) से जानकारी मांगी थी।
कंपनियों ने आरटीआई के जवाब में जो आंकड़े दिए, उनसे पता चलता है कि पिछले फाइनेंशियल ईयर (FY22) में यानी अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के दौरान 90 लाख लाभार्थियों ने एक बार भी सिलेंडर नहीं भराया। इनके अलावा 01 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों ने पूरे साल के दौरान सिर्फ एक सिलेंडर भरवाया।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, इंडियन ऑयल ने बताया कि मार्च 2021 तक दिए एलपीजी कनेक्शनों में से करीब 65 लाख ग्राहकों ने पिछले वित्त वर्ष में एलपीजी सिलेंडर भराया नहीं है जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 9.1 लाख और भारत पेट्रोलियम के 15.96 लाख ग्राहकों ने भी एलपीजी सिलेंडर भराया नहीं है। भारत पेट्रोलियम ने बताया कि यह आंकड़ा सिंतबर 2019 तक उज्जवला योजना के पहले फेस में दिए गए कनेक्शनों का हैं।
महंगे LPG सिलेंडर खरीदने में असमर्थ लाभार्थी
जानकारों का मानना है कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थी महंगे एलपीजी सिलेंडर खरीदने में असमर्थ हैं, जिसके चलते वह सिलेंडर दोबारा नहीं भरवा रहे। हाल ही में LPG सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ाए गए हैं। हाल ही में इसे 50 रुपये बढ़ाया गया था, जिसके बाद एलपीजी सिलेंडर के दाम 1000 रुपये को छूने लगे हैं।