मुंबई: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने महत्वपूर्ण वित्तीय जानकारियों को लीक करने वाली कंपनियों को कड़ी चेतावनी दी है। नियामक ने चेताया है कि इस मामले में आडिटर और अन्य सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी और जरूरत होने पर नियमों को सख्त किया जाएगा। निदेशक मंडल की बैठक के बाद सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा कि हाल में व्हाट्सएप में सूचनाओं के लीक होने के मामले में यह स्पष्ट हो गया है कि ये सूचनाएं कंपनियों से ही लीक हुई हैं। एक दिन पहले ही सेबी ने एक्सिस बैंक से अपनी प्रणाली को मजबूत करने और आंतरिक जांच कर जिम्मेदारी तय करने को कहा था। नियामक ने कहा कि शुरुआती जांच में यह साफ हो गया है कि बैंक में प्रक्रियाओं में खामी की वजह से ये सूचनाएं लीक हुई हैं।
त्यागी ने कहा कि इस तरह की और कंपनियां हैं और इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जरूरत होने पर नियामक भेदिया कारोबार नियमों में संशोधन करेगा और उन्हें मजबूत करेगा। यह पूछे जाने पर क्या आडिटर भी भेदिया हैं और सूचनाएं सार्वजनिक होने से पहले उन्हें इसकी जानकारी होती है, त्यागी ने कहा कि यदि वे दोषी पाए जाते हैं तो उनपर भी कार्रवाई होगी। नियामक ने कहा कि एक्सिस बैंक को जांच को तीन महीने में पूरा करना होगा और उसके सात दिन के भीतर रिपोर्ट सेबी को देनी होगी।
जांच में यह तथ्य सामने आया है कि अप्रैल-जून, 2017 की तिमाही के एक्सिस बैंक के वित्तीय नतीजे आधिकारिक घोषणा से पहले व्हॉट्सएप पर लीक सूचना से या तो पूरी तरह मिलते जुलते हैं या उसके बेहद करीब हैं। सेबी ने इस बारे में जांच पिछले महीने मीडिया रिपोर्ट के बाद शुरू की थी। मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि विभिन्न व्हॉट्सएप ग्रुप पर कुछ कंपनियों के यूपीएसआई प्रसार में हैं। हालांकि, अभी इन सूचनाओं को सार्वजनिक नहीं किया गया है। इनमें एक्सिस बैंक भी शामिल था।
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