कोलकाता : देश में 100 गीगावाट सौर ऊर्जा लक्ष्य को 2022 से पहले हासिल कर लिया जायेगा। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2022 तक 175 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिसमें से सौर ऊर्जा का हिस्सा 100 गीगावाट है। इसमें समस्या नहीं होगी। केंद्रीय मंत्री ने एनबीआईआरटी और विक्रम सोलर द्वारा सौर प्रौद्यिगिकियों पर संयुक्त रूप से आयोजित संगोष्ठी से इतर संवाददाताओं से यह बात कही।
हालांकि , उन्होंने यह नहीं बताया कि सौर मिशन का कितना लक्ष्य अभी तक हासिल कर लिया गया है। वहीं सौर ऊर्जा विशेषज्ञ के अनुसार पश्चिम बंगाल में नियामकीय बाधाओं के चलते छत पर लगने वाली सौर ऊर्जा परियोजना रफ्तार नहीं पकड़ पा रही हैं। विशेषज्ञ ने कहा कि पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां 5 किलोवाट से कम की छत पर लगने वाली सौर परियोजना की नेट मीटरिंग की अनुमति नहीं है।
जबकि अन्य राज्यों में एक किलोवाट से कम के लिये यह अनुमति नहीं है। इसके अलावा इसकी एकल फेज (आवासीय कनेक्शन) के लिये भी अनुमति नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिम बंगाल नियामकीय आयोग को घरों की छतों पर सौर ऊर्जा परियोजना को बढ़ावा देने के लिये नेट मीटरिंग नहीं रखने की अनुमति सीमा को पांच किलोवाट से कम करके एक किलोवाट पर लाना चाहिये।
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