लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

दुनिया भर में महिलाएं बिना वेतन करती हैं 710 लाख करोड़ का काम

दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के सालाना कारोबार का 43 गुना है। ऑक्सफैम ने सोमवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।

दावोस : दुनिया भर में घर और बच्चों की देखभाल करते हुये महिलाएं सालभर में कुल 10 हजार अरब डॉलर (710 लाख करोड़) के बराबर ऐसा काम करती हैं जिसका उन्हें कोई भुगतान नहीं किया जाता। यह दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल के सालाना कारोबार का 43 गुना है। ऑक्सफैम ने सोमवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में महिलाएं घर और बच्चों की देखभाल जैसे बिना वेतन वाले जो काम करती है, उसका मूल्य देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.1 प्रतिशत के बराबर है। इस तरह के कामों में शहरी महिलाएं प्रतिदिन 312 मिनट और ग्रामीण महिलाएं 291 मिनट लगाती हैं। इसकी तुलना में शहरी क्षेत्र के पुरुष बिना भुगतान वाले कामों में सिर्फ 29 मिनट ही लगाते हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले पुरुष 32 मिनट खर्च करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय समूह ऑक्सफैम ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक से पहले यह रिपोर्ट जारी की। इसमें कहा गया है कि भारत सहित अन्य देशों में आर्थिक असमानता से सबसे ज्यादा महिलाएं और लड़कियां प्रभावित हो रही हैं। यहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं को वेतन वाले काम मिलने के आसार कम होते हैं। यहां तक की देश के 119 अरबपतियों की सूची में सिर्फ 9 महिलाएं हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को काम के बदले कम वेतन मिलता है। महिलाओं और पुरुषों के वेतन में काफी अंतर है। इसलिये महिलाओं की कमाई पर निर्भर रहने वाले परिवार गरीब रह जाते हैं। देश में स्त्री-पुरुष के वेतन का अंतर 34 प्रतिशत है। यह भी सामने आया है कि जाति, वर्ग, धर्म, आयु और स्त्री-पुरुष भेदभाव जैसे कारक का भी महिलाओं के प्रति असमानता पर प्रभाव पड़ता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twelve + 11 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।