नई दिल्ली : फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और सह संस्थापक बिन्नी बंसल ने मंगलवार को गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया। फ्लिपकार्ट की नई पैतृक कंपनी वॉलमार्ट ने यह जानकारी दी। वॉलमार्ट ने बयान में कहा कि बंसल (37) ने हालांकि कड़े शब्दों में इन आरोपों का खंडन किया है। उल्लेखनीय है कि बिन्नी बंसल और सचिन बंसल ने संयुक्त रूप से देश की सबसे बड़ी आनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी। बयान में कहा गया है कि बिन्नी ने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बयान में कहा गया है कि बिन्नी ने इस्तीफा देने का फैसला फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की ओर से स्वतंत्र रूप से गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों की जांच के बाद दिया है।
हालांकि उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है। हालांकि, यह हमारी जिम्मेदारी है कि यह जांच ठीक से और गहन तरीके से हो। बयान के अनुसार, ‘‘हालांकि, जांच में ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला जो शिकायतकर्ता की बिन्नी के खिलाफ शिकायत से मेल खाता हो, लेकिन इसमें विशेषरूप से निर्णयों में पारदर्शिता को लेकर कई अन्य खामियां सामने आई हैं। ये खामियां बिन्नी द्वारा परिस्थिति के हिसाब से प्रतिक्रिया को लेकर हैं। इसी वजह से हमने बिन्नी के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।’’ हालांकि, बयान में यह नहीं बताया गया है कि व्यक्तिगत कदाचार के आरोप क्या हैं, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया कि शिकायतकर्ता कुछ साल पहले फ्लिपकार्ट से जुड़ी थी और अब वह अपना खुद का उपक्रम चला रही है। हालांकि, अलग इसे इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
वॉलमार्ट द्वारा बेंगलुरु की कंपनी में 16 अरब डॉलर के निवेश के बाद से बिन्नी बंसल समूह के सीईओ पद पर बने हुए थे। एक अन्य सह संस्थापक सचिन बंसल सौदे के तहत अपनी समूची 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेचकर इससे बाहर निकल गए थे। सचिन का बिन्नी एक-दूसरे के रिश्तेदार नहीं हैं। बयान में कहा गया है कि हालिया घटनाक्रमों की वजह से कंपनी से ध्यान बंट रहा था जिसकी वजह से बिन्नी ने पद छोड़ने का फैसला किया।