नई दिल्ली: मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई), वाहन बिक्री और इस्पात मांग जैसे आर्थिक संकेतकों से पता चलता है कि दिसंबर में भारत में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। वैश्विक विथीय सेवा प्रदाता मॉर्गन स्टेनली ने रिपोर्ट में कहा कि तुलनात्मक आधार पर दिसंबर में खुदरा मुद्रास्पीति बढ़कर 5.4 प्रतिशत रहने की संभावाना के चलते खाद्य पदाथो’ की कीमतों में भी तेजी रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएमआई, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री और सीमेंट में मांग जैसे आर्थिक संकेतकों में तेजी से समग, अर्थव्यवस्था में उछाल की संभावना है। जल्दी-जल्दी आने वाले आर्थिक आंकड़ दिसंबर में आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत देते हैं। निर्यात और आयात में अच्छी वृद्धि के साथ व्यापारिक आंकड़ भी इस धारण को बढ़ने वाले हैं।
कीमतों को लेकर इसमें कहा गया है कि मौसमी सब्जियों के दामों में गिरावट आने के कारण खाद्य पदाथो’ की कीमतें थोड़ घटी हैं, लेकिन अभी भी खाद्य मुद्रास्फीति सालाना आधार पर नवंबर में 4.4 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर में 5.4 प्रतिशत होगी। रपट के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक नवंबर में 3.7 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर में 3.9 प्रतिशत रहने की संभावना है।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।