भारत और साइप्रस के बीच संशोधित कर समझौते से दोनों देशों के बीच निवेश को बढ़ावा मिलेगा। साइप्रस के भारत में उच्चायुक्त डिमिटर्रयस ए. थियोफिलेक्टू ने बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम के इतर यह बात कही। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि नये कर अनुबंध से दोनों देशों में आपसी निवेश बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद साइप्रस में भारतीय निवेश का एक और क्षेत्र बन सकता है।
उन्होंने कहा, मैं केरल गया था, और मैंने महसूस किया कि भारतीय आयुर्वेद की साइप्रस में काफी संभावनाएं हैं। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों ने संशोधित भारत-साइप्रस दोहरे कराधान बचाव अनुबंध पर नवंबर 2016 में करार किया था। साइप्रस भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफीआई) का प्रमुख स्रोत है। वहां से एफडीआई करीब 8.5 अरब डॉलर का है। हालांकि साइप्रस में भारत का निवेश काफी कम है लेकिन थियोफिलेक्टू को उम्मीद है कि पर्यटन भारतीय निवेशकों के लिए आकर्षक क्षेत्र हो सकता है।