नई दिल्ली : औद्योगिक कर्मचारियों की खुदरा मुद्रास्फीति मई माह में करीब करीब 3.96 प्रतिशत पर स्थिर रही जो कि अप्रैल में 3.97 प्रतिशत थी। श्रम मंत्रालय के एक वक्तव्य में यह जानकारी दी गई। इसके मुताबिक औद्योगिक कर्मचारियों के खुदरा मूल्य सूचकांक (सीपीआई- आईडब्ल्यू) में खाद्य मुद्रास्फीति मई माह में 1.66 प्रतिशत रही जो कि इससे पिछले माह अप्रैल में 1.33 प्रतिशत और एक साल पहले मई में 1.63 प्रतिशत घटी थी।वक्तव्य में कहा गया है, ‘‘सीपीआई- आईडब्ल्यू की वर्ष दर वर्ष आधारित मुद्रास्फीति मई2018 में 3.96 प्रतिशत रही जो कि इससे पिछले माह अप्रैल में 3.97 प्रतिशत और एक साल पहले मई 2017 में 1.09 प्रतिशत रही थी।’’
मुद्रास्फीति पर जो दबाव बना है वह सबसे ज्यादा खाद्य समूह की वजह से बना है। चावल, मूंगफली तेज, मछली, चिकन, अंडे, दूध, घी, हरी मिर्च, प्याज, बैंगन, गाजर, गोभी, हरा धनिया पत्ती, आलू आदि के ऊंचे दाम सूचकांक में वृद्धि के लिये जिम्मेदा रहे।हालांकि, गेहूं, आटा, सरसों तेल, सूखी मिर्च, भिंडी, पके आम तथा कुछ अन्य खाद्य पदार्थों के दाम घटने से वृद्धि पर अंकुश रहा।अखिल भारतीय सीपीआई- आईडब्ल्यू मई माह एक अंक बढ़कर 289 अंक पर पहुंच गया। सूचकांक में सबसे ज्यादा वृद्धि शोलापुर और भिलाई में सबसे ज्यादा छह अंकों की वृद्धि हुई जबकि पुणे, कोडरमा और गोदावरीखानी प्रत्ये में पांच अंक बढ़े।