आपको बता दें कि जबसे जीएटी आया है तब से ही दुकानदार आम लोगों को बहुत अच्छे से पागल बनाने में लगे हुए हैं और आपको इस बात की खबर भी नहीं होगी। तो चालिए आपको बतातें हैं कि कैसे पागल बना रहे हैं यह दुकान वाले।
बता दें कि दालें दूध, टूथपेस्ट जैसे आइटम के दामों में अब तक कोई बदलाव नहीं आया है। आम लोग ज्यादातर सामान परचून की दुकानों से खरीदते है और वहां दामों में कोई अंतर नहीं है। पहले भी दालों के दाम पहले भी 70 रुपये किलो थे और अब भी दाल की कीमतें 70 रुपये है। वहीं दूध भी पहले की कीमत पर मिल रहा है। वहीं टूथपेस्ट में कोलगेट ने रेट्स में चेंज कर दिया है। चंडीगढ़ के एक परचून व्यापारी राम सिंह के अनुसार जीएसटी का सही प्रभाव दो महीने बाद नई एमआरपी लिस्ट के बाद पता लगेगा ।
बहुत से लोग राशन परचून की दुकानों से ही खरीदते हैं। ऐसे में एक दो रुपये का अंतर भी होता है तो उसका असर नहीं दिखाई देता है।
अमर संस के मालिक शरणपाल सिंह ने बताया कि कपड़े को लेकर अभी व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। उन्होंने कहा कि कपड़े की सप्लाई अभी बंद है। जिसकी वजह से आने वाले समय में दुकानदारों के पास सीमित कपड़े ही होंगे। लोगों को कपड़े की च्वाइस में परेशानी आएगी। उन्होंने कहा कि कपड़ा व्यापारियों की मांगों को जल्द से जल्द मानना चाहिए।
चंडीगढ़ में ई बाइक्स बेचने वाले एक दुकानदार पवन ने बताया कि वह जीएसटी के लागू होने के बाद ई बाइक्स नहीं सेल कर पा रहे हैं। इसका कारण है कि ई बाइक्स का एचएसएन कोड अब तक कंपनी से नहीं आया है। ऐसी स्थिति में क्या रेट होगा वह खुद कैसे तय कर लें।