बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा की 224 में से 222 सीटों के लिए आज कड़ी सुरक्षा के बीच (शनिवार) सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई। मतदान शाम 6 बजे तक चला। कुल 70 फीसदी हुआ मतदान प्रदेश में सुबह से ही लोग में वोटिंग के लिए घर से निकल पडे़े। लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता देखी गई और लोग मतदान केंद्रों पर वोट डालने के लिए कतार में खड़े देखे गए। इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ जेडीयू की साख भी दाव पर लगी है। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में ही है।
बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदुरप्पा भी सुबह ही मतदान करने पोलिंग बूथ पर पहुंच गए। उन्होंने यहां शिकारपुर के शिमोगा में मतदान किया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सदानंद गौड़ा ने भी पुत्तुर में वोट डाला।
कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता भिड़े
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता एक संवेदनशील बूथ के बाहर भिड़ गए। बेंगलुरु के हम्पी नगर में एक मतदान केंद्र के बाहर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हुई। विजयनगर भाजपा उम्मीदवार रवींद्र ने बताया कि हमारे नगरसेवक आनंद पर हमला किया गया, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उधर बेंगलुरु के डीसीपी रवि चन्नान्नवर ने कहा कि यह एक संवेदनशील मतदान केंद्र है और बूथ के 100 मीटर के भीतर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ। हम जांच करेंगे, उसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
LIVE अपडेट…
10.00 बजे : पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने बेंगलुरु में वोट किया. वोट करने के बाद अनिल कुंबले ने परिवार के साथ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की और लोगों से वोट देने की अपील की।
9.50 बजे : सुबह 9 बजे तक 10.60% मतदान हुआ।
9.20 बजे : मूरुसवीर मठ के गुरुसिद्ध राजयोगिन्द्र महास्वामी ने हुबली के पोलिंग बूथ पर वोट डाला।
9.12 बजे : पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने अपने परिवार के साथ हासन जिले के होलेनेरासिपुरा शहर में बूथ संख्या 2344 पर अपना वोट डाला. पहले खबर आई थी कि पोलिंग बूथ पर ईवीएम मशीन खराब हो गई थी, जिसके बाद मशीनों को बदला गया।
9.00 बजे : जयानगर में जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने श्रीआदि चुनछानागिरी मठ के महास्वामी से मुलाकात की। वहीं, वोटिंग से पहले कुमारस्वामी ने अपनी पत्नी के साथ राजाराजेश्वरी मंदिर में पूजा की।
8.40 बजे : बादामी विधानसभा सीट से सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बीजेपी नेता बी श्रीरामुलु ने अपना वोट डालने से पहले ‘गौ पूजा’ की।
8.38 बजे : बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर ने बेंगलुरु में अपना वोट डाला। वोट डालने के बाद चंद्रशेखर बाहर आए और जनता से वोट डालने की अपील की।
7.55 बजे : देवेगौड़ा परिवार हासन निर्वाचन क्षेत्र में बने मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी के कारण वोट नहीं डाल पाया।
7.45 बजे : हुबली: बूथ नंबर 108 पर चुनाव आयोग के अधिकारियों ने वीवीपीएटी मशीन को बदला है। इस बूथ पर अब तक मतदान शुरू नहीं हो पाया है।
7.20 बजे : बीटीएम निर्वाचन क्षेत्र में बूथ संख्या.172 पर सुबह से ही लोग वोट देने के लिए कतार में खड़े नजर आए।
7.05 बजे : केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सदानंद गौड़ा ने भी पुत्तुर में वोट डाला।
7 बजे : बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा भी सुबह ही मतदान करने पोलिंग बूथ पर पहुंच गए. उन्होंने यहां शिमोगा में मतदान किया।
गर्मी के इस मौसम में हो रहे इस एकमात्र विधानसभा चुनाव से देश का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। पूरे देश की नजर कर्नाटक पर टिकी हुई है। दोनों राष्ट्रीय दलों ने यहां एड़ी-चोटी का जोर लगाया है, वहीं जद(एस) इस चुनाव में किंगमेकर के रूप में उभर सकती है या फिर खंडित जनादेश की स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
बेंगलुरु के जयनगर सीट पर मतदान रद्द होने और राजाराजेश्वरी नगर सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान निर्वाचन नियमों के उल्लंघन की शिकायत की वजह से राज्य में 222 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। इन दोनों जगहों पर 28 मई को वोट डाले जाएंगे, जिनका परिणाम 31 मई को आएगा। प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की जरूरत है। जयनगर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बी.एन. विजय कुमार के चार मई को निधन होने के बाद रद्द कर दिया गया है। यहां कुल सीटों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। इस चुनाव में करीब 4.96 करोड़ लोग मत डालने के पात्र हैं, जिसमें 2.52 करोड़ पुरुष और 2.44 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। वहीं 4500 ट्रांसजेंडर भी इस बार चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने कहा, ”यहां कुल 2,654 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिसमें से 219 महिलाएं, 222 कांग्रेस से, 222 भाजपा से, 201 जद(एस) से, 1,155 स्वतंत्र उम्मीदवार और अन्य राष्ट्रीय, क्षेत्रीय पार्टियों के लगभग 800 उम्मीदवार शामिल हैं।”
कांग्रेस-बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर
वैसे 1985 के बाद से कर्नाटक में कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है। उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुआ था। कांग्रेस , पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है जबकि बीजेपी कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है।
बीजेपी ने सिर्फ एक बार 2008 से 2013 तक कर्नाटक में शासन किया था, लेकिन उसका कार्यकाल पार्टी की अंदरुनी कलह और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा रहा था। उसके तीन मुख्यमंत्रियों में से एक और फिलहाल मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येद्दयुरप्पा भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में थे। जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष एच डी कुमारस्वामी ने माना है कि उनकी पार्टी के लिए यह जीवन – मरण का सवाल है। जदएस फिलहाल एक दशक से सत्ता से बाहर है।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे