गुजरात के असारवा सिविल हॉस्पिटल में 24 घंटों के भीतर 9 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है। एकसाथ इतनी बड़ी तदात में बच्चों की मौत से हर कोई सकते में है। वही कांग्रेस ने बच्चों की मौत पर गुजरात सरकार से जवाब मांगा है। आपको बता दे कि बच्चों के मौत के बाद किसी भी परिस्थिति से गुजरने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वही हालांकि बच्चों के मौत की वजब स्पष्ट नहीं हो सकी है।
बता दे कि मृत बच्चों में 5 को आईसीयू में भर्ती किया गया था। जबकि 4 बच्चों को पैदा होने के बाद यहां शिफ्ट किया गया था। ये बच्चे बेहद कमजोर थे। जिन बच्चों की मौत हुई। उनमें से 5 बच्चे लुनावाड़ा, सुरेंदरनगर, मनसा, विरमगम और हिम्मतनगर के अलग-अलग हॉस्पिटल से यहां के आईसीयू में शिफ्ट किए गए थे। वही बताया जा रहा है कि इन बच्चों का वजन बहुत कम था। सामान्यतया जन्म के बाद नवजात का वजन 2.5 किलो होना चाहिए, लेकिन इन सभी बच्चों का वजन डेढ़ किलो तक था। इन्हें एसिफिक्सिया, एक्स्ट्रीम प्रीटर्म बर्थ एसिफिक्सिया और मेकोनियसम एस्पिरेशन सिंड्रोम जैसी बीमारियां थीं।
वही , इस मामले के बाद कांग्रेस ने सीधा बीजेपी पर हमला बोला है। बता दे कि इस सिलसिले में सबसे पहले कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल सामने आए। उन्होंने ट्वीट किया कि इस घटना के लिए गुजरात सरकार को जवाब देना होगा, सरकार यह स्वीकार करे कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह हुआ है या फिर यह मान ले कि मृतकों की माताएं कुपोषित थीं। उन्होंने इस मामले पर दुख व्यक्त किया है।
आपको बता दे कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में BRD हॉस्पिटल में अगस्त में बच्चों की मौत का मामला सामने आया था। कथित तौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाने की वजह से 5 दिनों में 50 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी।