भाकपा-माले ने कहा है कि बाबरी मस्जिद की शहादत की बरसी पर बजरंग दल व हिंदूवादी सांप्रदायिक ताकतों द्वारा शोभायात्रा निकालने वाली हैं, इसे प्रशासन को अविलंब प्रतिबंध कर देना चाहिए। यह तब और जरूरी हो जाता है, जब राजधानी पटना की नाक के ठीक नीचे फुलवारी शरीफ में पिछले तीन दिनों से लगातार बजरंग दल द्वारा सांप्रदायिक उन्माद का माहौल बनाकर रखा गया है।
आज फुलवारी में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग पूरी तरह भय के माहौल में हैं और जिला प्रशासन उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थ दिख रही है। भाकपा-माले ने कहा है कि फुलवारी में 3 दिसंबर को बजरंग दल ने बड़े सुनियाजित तरीके से दंगा-फसाद खड़ा कर उसको गांव तक विस्तार देने की कोशिश की।
गांवों में कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें लूट ली गयीं और उन्हें काफी क्षति पहुंचाई गयी। जब फुलवारी में इस प्रकार की स्थिति है, तो प्रशासन बजरंग दल को शौर्य दिवस मनाने की छूट क्यों दे रहा है, जबकि भाकपा-माले को उसने शांति मार्च भी आयोजित नहीं करने दिया था।
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