क्राइम ब्रांच ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित विश्वविख्यात अक्षरधाम मंदिर पर सितंबर 2002 में हुए आतंकी हमले के प्रमुख आरोपी अजमेरी अब्दुल राशिद को शनिवार को अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया है। अजमेरी काफी समय से रियाद में छिपा हुआ था और वह अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकी हमले में शामिल था।
आपको बता दे कि क्राइम ब्रांच के डीसीपी दीपेन भद्रन ने बताया कि पक्की सूचना के आधार पर सउदी अरब के रियाद से कुवैत एयरलाइन्स की एक उडान के जरिये आज यहां पहुंचे अब्दुल रशीद अजमेरी (60) को उनकी टीम ने हवाई अड्डे से पकड लिया। उसे एक स्थानीय विशेष अदालत में पेश कर आगे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जायेगा।
अजमेरी गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आगजनी के बाद 2002 के फरवरी मार्च में भडके गुजरात दंगों का बदला लेने की नीयत से अक्षरधाम मंदिर पर किये गये हमले के फरार षडयंत्रकर्ताओं में से एक था। वह इस प्रकरण में निचली अदालत से सजायाफ्ता (जिसे बाद में उच्चतम न्यायालय ने बरी कर दिया था) एक पूर्व आरोपी का भाई है और उसी से मिलने के लिए आया था। वह घटना के पहले से ही रियाद में रहता था। पुलिस उस पर निगाह रख रही थी और उसने जैसे ही अहमदाबाद के लिए हवाई टिकट बुक किया यह सूचना पुलिस को मिल गयी।
ज्ञातव्य है कि गांधीनगर में मुख्यमंत्री आवास के बिल्कुल निकट स्थित इस मंदिर पर 24 सितंबर 2002 को हुए आतंकी हमले में दो आतंकियों समेत 30 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी।
इस मामले में यहां पोटा कानून के तहत गठित विशेष अदालत ने छह दोषियों में से तीन को फांसी तथा अन्य को उम्रकैद की सजा दी थी जिसे गुजरात हाई कोर्ट ने भी बरकरार रखा था पर बाद में 2014 में उच्चतम न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया था। ज्ञातव्य है कि 1992 में निर्मित इस भव्य मंदिर के रजत जयंती समारोह में गत दो नवंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी।