भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने तेलंगाना के नारायणपेट में रविवार को एक जनसभा को संबोधित किया। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनर राज्य में मतदान 7 दिसंबर को होने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। इसी दौरान उन्होंने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और टीआरएस(TRS) प्रमुख के चंद्रशेखर राख और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। शाह बोले कि पांच साल से जिस तरह से के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने सरकार चलाई उससे तेलंगाना की जनता परेशान है। उन्होंने वादाखिलाफी की है और जनता को भी धोखा दिया है। शाह ने कहा कि केसीआर सरकार ने गरीबों को 2 बेडरूम का घर देने का वादा किया। उन्होंने इसको भी पूरा नहीं। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का भी जनता को लाभ भी उठाने नहीं दिया।
साथ ही बोला देश के 2 करोड़ लोगों को घर मिल चुका है, लेकिन तेलंगाना की जनता इसका लाभ नहीं उठा पाए है। इसी दौरान केसीआर ने तेलंगाना के गरीबों को इसका फायदा नहीं उठाने दिया। कहा अब तक देश में 13.5 लाख इस योजना का फायदा उठा चुके हैं लेकिन तेलंगाना के गरीब को इसका लाभ नहीं मिला। केसीआर ने कहा था कि तेलंगाना के शहीद परिवारों को नौकरी देंगे। उन्होंने अपने इस वादे को भी पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा था कि जीतेंगे तो दलित को सीएम बनाएंगे, लेकिन उन्होंने अपने इस वादे को भी पूरा नहीं किया और खुद ही सीएम बन गए।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि जो भी तेलंगाना का मुख्यमंत्री बनेगा उन्हें उनके सामने झुकना होगा। औवेसी से डर के कारण केसीआर सरकार 17 सितंबर को लिबरेशन दिवस नहीं मनाती है, अगर बीजेपी राज्य में सरकार बनाती है तो हैदराबाद लिबरेशन दिवस भव्य ढंग से मनाया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मस्जिदों और चर्च में मुफ्त बिजली देने का वादा किया, लेकिन मंदिरों में नहीं। तेलंगाना के सीएम ने अल्पसंख्यकों के लिए 12 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव रखा। हम धर्म के आधार पर 12 फीसदी आरक्षण के खिलाफ हैं। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि टीआरएस और कांग्रेस अल्पसंख्यकों को खुश करने में विश्वास करती हैं।