पटना : मोदी चौक के नाम पर दरभंगा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय का तथा भागलपुर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र शास्वत चौबे के द्वारा बिना सूचना के धार्मिक जुलूस निकाल उन्माद फैलाने की कोशिश पर विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष श्रीमती राबड़ी देवी का धरना बिहार में मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगाता है। उक्त बातें हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा-से. के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता ई. अजय यादव ने कही।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि दोनों सदनों में सरकार दंगा को लेकर असमंजस में है। विधान सभा मे कार्य स्थगन प्रस्ताव पर सरकार घिर गई है। यह नीतीश सरकार की छबि पर भाजपा कालिख पोत रही है। रामनवमी, छठ पर्व पर आरएसएस एवं उसके अनुसांगिक संगठन ने लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा पीट जाने के बाद इस तरह सामाजिक ताने-बाने के लिए शर्मनाक बताया है।
मोदी चौक के नाम पर हिंसा फैलाने के लिए खुद ही जांच दल बनाकर दरभंगा की घटना को तूल देना राजनीति के निम्न स्तर को दर्शाता है। अररिया, फूलपुर, गोरखपुर की हार के बाद अब बीजेपी को लगने लगा है कि बिना दंगा कराये वापसी नामुमकिन है। नीतीश सरकार को अविलंब साश्वत चौबे तथा गिरिराज सिंह एवं नित्यनंद राय पर मुकदमा दर्ज कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए अन्यथा नीतीश कुमार को एनडीए गठबंधन से बाहर हो जाना चाहिए।
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